आरटीओ में भ्रष्टाचार नियंत्रण के दावे खोखले, नवांगतुक आरआई की घोषणाएं हवा-हवाई
U- नवांगतुक आरआई की कार्य प्रणाली संदेह के घेरे में, डीएम कब करेंगे कार्यालय का निरीक्षण
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर I क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) कानपुर में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के दावे एक बार फिर मात्र औपचारिकता बनकर रह गए हैं नवांगतुक क्षेत्रीय निरीक्षक (आरआई) संतोष कुमार द्वारा भ्रष्टाचार विरोधी कथनों के विपरीत, कार्यालय में व्याप्त अनियमितताओं और रिश्वतखोरी के मामले जस के तस बने हुए हैं, वाहनों के फिटनेस परीक्षण की प्रक्रिया में व्याप्त अपारदर्शिता से वाहन स्वामियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है नियमानुसार, वाहन का निरीक्षण पूर्ण होने के पश्चात संबंधित अधिकारी द्वारा मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से वाहन की वास्तविक दशा की फोटोग्राफिक अभिलेख अपलोड की जानी चाहिए, जिससे निरीक्षण की प्रामाणिकता सुनिश्चित हो सके किंतु जिन वाहन स्वामियों द्वारा अपेक्षित 'लेन-देन' नहीं किया जाता, उनके वाहनों की तस्वीरें जान-बूझकर मोबाइल पर होल्ड की जाती है इस प्रक्रिया के चलते वाहन स्वामी को कई बार सर्वोदय नगर स्थित आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं दिन के समय निरीक्षण पूरा होने के बावजूद, वाहन का डेटा अपलोड करने का कार्य दोपहर तक टाल दिया जाता है, जिसे अंततः किसी 'विशेष' कर्मचारी से पूर्ण कराया जाता है इस समूची प्रक्रिया में प्रतिदिन सैकड़ों वाहन स्वामियों से अवैध वसूली की जाती है सवाल यह उठता है कि यदि भ्रष्टाचार-विरोधी नीति वास्तविक रूप में लागू है, तो फिर आमजन को इस प्रकार की मानसिक, आर्थिक व समय की हानि क्यों उठानी पड़ रही है? क्या वास्तव में क्षेत्रीय परिवहन विभाग में 'पारदर्शिता' एवं 'ईमानदारी' केवल भाषणों और प्रेस विज्ञप्तियों तक ही सीमित रह गई है? नवांगतुक आरआई की कार्य प्रणाली भी सन्देह के घेरे में है। अब देखने वाली बात होगी आरटीओ कार्यालय में व्याप्त अनियमितताएं और भ्रष्टाचार को लेकर डीएम कब करेंगे निरीक्षण।