यूपीयूएमएस में हड्डी एवं जोड़ सप्ताह के अवसर पर हुआ शैक्षणिक सत्र का आयोजन
*इस वर्ष की थीम है "ओल्ड इस गोल्ड- 360 डिग्री केयर फॉर एल्डरी"
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस सैफई इटावा। अस्थि रोग विभाग, उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई द्वारा सैफई आर्थोपेडिक एसोसिएशन के तत्वाधान से आयोजित हड्डी एवं जोड़ सप्ताह के संदर्भ में बुधवार को ट्रॉमा सेंटर, सेमिनार हॉल में भव्य शैक्षणिक सत्र का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ, जिसे संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि एवं माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह, एस.ओ.ए. संरक्षक डॉ. डी. के. दुबे, पूर्व कुलपति डॉ. पी. के. जैन, प्रो-वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) रामकांत यादव, डीन डॉ. आदेश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस. पी. सिंह, आयोजन अध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील कुमार तथा आयोजन सचिव डॉ. हरीश कुमार ने संपन्न किया।डॉ. डी. के. दुबे, एवं समस्त पदाधिकारी ने कुलपति को मोमेंटो देकर शॉल उड़ाकर उनका स्वागत किया।
माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस वर्ष इस सप्ताह की जो थीम है वह कहीं ना कहीं समाज को संदेश देती है कि जिन्होंने हमारी देखभाल की है उनकी देखभाल हमारा कर्तव्य है।उन्होंने कहा कि वृद्धजन समाज का अभिन्न हिस्सा हैं और उन्हें मोबिलिटी, डिग्निटी एवं लॉन्गेविटी प्रदान करना हम सभी का कर्तव्य है। जब हम इस उद्देश्य को पूरा करेंगे तभी इस कार्यक्रम की थीम “ ओल्ड इस गोल्ड” वास्तविक अर्थ में सफल होगी।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को ऐसे आउटरीच प्रोग्राम्स में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए और मैं इटावा में वृद्ध आश्रम में हुए कार्यक्रम की सराहना करता हूं। उन्होंने निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय में शीघ्र ही एक सुपर-स्पेशियलिटी जेरियाट्रिक केयर ओपीडी प्रारंभ की जाए, जिसमें अत्याधुनिक सुविधाएं और विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध हों।
प्रो-वाइस चांसलर डॉ. रामकांत यादव, पूर्व कुलपति डॉ. पी. के. जैन, डीन डॉ. आदेश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस. पी. सिंह एवं एस.ओ.ए. संरक्षक डॉ. डी. के. दुबे ने आयोजन की सराहना करते हुए इसे समय की आवश्यकता बताया और ऐसे कार्यक्रमों को समाज के लिए अत्यंत लाभकारी बताया।
विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील कुमार ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत किया और कहा कि हड्डी एवं जोड़ सप्ताह का उद्देश्य केवल चिकित्सकीय उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में जागरूकता, रोकथाम और समय पर पहचान का संदेश देना है।
वृद्धजनों में गिरने की घटनाओं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों को सही जानकारी और नियमित जांच से काफी हद तक रोका जा सकता है।
-शैक्षणिक सत्र में-
डॉ. अजय राजपूत (सचिव, SOA) ने वृद्धजनों में गिरने से बचाव पर व्याख्यान दिया।
डॉ. राजीव कुमार (सहायक प्रोफेसर) ने वृद्धजन स्वास्थ्य जागरूकता पर प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. मोहम्मद जोहेब एवं डॉ. यश श्रीवास्तव ने किया।
आयोजन सचिव प्रो. (डॉ.) हरीश कुमार ने कार्यक्रम के अंत में सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं बल्कि एक सामाजिक दायित्व है जिसे हम सभी को निभाना चाहिए।
सप्ताहभर के अंतर्गत वृद्धजनों हेतु विशेष जेरियाट्रिक ओपीडी, जागरूकता पर्चों का वितरण, डिजिटल संदेश प्रसारण, फिजियोथेरेपी सत्र तथा 3 अगस्त 2025 को इटावा वृद्धाश्रम में आउटरीच स्वास्थ्य शिविर एवं जागरूकता अभियान आयोजित किए गए।
कार्यक्रम में डॉ. उषा शुक्ला, डॉ. एस. पी. एस. गिल, डॉ. वैभव कान्ति, डॉ. श्वेता चौधरी, डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. जसवीर सिंह, डॉ. अंकित मित्तल, डॉ. ऋषभ अग्रवाल, डॉ. प्रशांत प्रताप सिंह सहित अनेक विभागाध्यक्ष, फैकल्टी सदस्य, नर्सिंग अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ, यूजी एवं पीजी छात्र उपस्थित रहे।
डॉ. अमन बैजल, डॉ. वरुण कुमार वर्मा, डॉ. सहिलेंद्र, डॉ. अमन श्रीवास्तव सहित विभाग के फैकल्टी, SOA सदस्य, सीनियर एवं जूनियर रेजिडेंट्स ने कार्यक्रम में सहयोग किया।