आम जनमानस को मिल रही मेडिकल सुविधाओ के लिए हाई कोर्ट ने स्वतः लिया संज्ञान
U- दो सदस्यी टीम पहुंची मेडिकल कालेज जांच करने
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। आम जनमानस को मिल रही सुविधाओ को लेकर उच्च न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लेते हुए उ.प्र. शासन को आदेशित किया है कि उ.प्र. राजकीय मेडिकल कालेज और प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डाक्टरो पर सभी कारणो की जांच करा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करे। इसके लिए मा0. न्यायालय ने 28 प्रश्नागत प्रकरण को लेकर दो डाक्टरो की समिति बना कर जांच करने के निर्देश दिए। जिस पर दोनो डाक्टर मेडिकल कालेज से सम्बंद्ध अस्पताल हैलट पहुंचे और उन्होंने अस्पताल के सभी विभागो का निरीक्षण किया और अपनी संतुष्टता जतायी।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. डॉ संजय काला ने बताया कि शासन द्वारा गठित समिति के दो सदस्य डॉ परवेज खान व डॉ अमित कुमार सुबह 10ः30 बजे ही हैलट अस्पताल पहुंच गए। समिति के सदस्यों ने सबसे सुपर स्पेशलिटी का निरीक्ष्ण किया और व्यवस्थाये उचित देख कर उन्होंने सुपर स्पेशलिटी के नोडल अधिकारी डॉ मनीष सिंह की कार्यशैली की जमकर तरीफ की। इसके बाद दोनो अधिकारियों ने ओपीडी का निरीक्षण किया और निर्देशित किया कि दवाओं के बारे में डिसप्ले बोर्ड पर अंकित कराये ताकि मरीज को दवाओं के बारे में जानकारी मिलती रही। इसके बाद इमरजेंसी का निरीक्षण किया गया। इमरजेंसी का निरीक्षण करने के बाद वह आईसीयू पहुंचे और वहां का जायजा लिया। दोनो अधिकारियों ने अब तक के निरीक्षण को सही पाते हुए हरी अस्पताल प्रशासन को हरी झण्डी दी। इसके बाद दो अधिकारी वार्ड ्रएक पहुंचे जहां उन्होंने मरीजो का हाल पूछा और उनके तीमारदारो से अस्पताल में मिलने वाले खान पान के बारे में जानकारी ली। मरीजो के तमीारदारो से मिली जानकारी से दोनो अधिकारी संतुष्ट हुए और फिर उन्होंने कैन्टीन की तरफ रूख किया और वहां पर खा रहे मरीजो के तीमारदारो से खाने की गुणवत्ता व कीमत पूछी। तीमारदारो से समिति को बताया कि खाना उचित क्वालिटी का है साथ ही कीमत भी कम है। इसके बाद वह मेटरनिटी वार्ड और ब्लड बैंक की तरफ पहुंचे। ब्लड बैंक पहुंच कर उन्होंने लाइसेंस चेक किया और कितने ब्लड यूनिट एकत्र हुए और कितनो मरीजो को ब्लड मुफ्त में दिया गया इसकी जानकारी एकत्र कर रिपोर्ट अपने साथ ले गए। निरीक्षण के दौरान प्रमुख रूप से उप प्राचार्या डॉ रिचा गिरी, प्रमुख अधीक्षक डॉ आर.के.सिंह, सुपर स्पेशलिटी के नोडल अधिकारी डॉ मनीष सिंह, कैम्पस प्रभारी डॉ अनुराग रजौरिया, मेडिसन विभाग के प्रो. डॉ एम.पी.सिंह, बाल रोग विभाग के सीएमएस डॉ शैलेन्द्र कुमार गौतम समेत अस्पताल स्टॉफ मौजूद रहा।
- प्राइवेट प्रैक्टिस पर कोर्ट हुआ सख्त
हाई कोर्ट द्वारा गठित जांच समिति को 28 प्रशनागत बिन्दु दिए गए है जिसमें डॉक्टरो की निजी प्रैक्टिस करकने वालो की जांच कर रिपोर्ट न्यायालय को सौंपेंगे। कोर्ट ने स्पष्ट तौर पर पूछा है कि जब जिला अस्पताल और राजकीय मेडिकल कालेज बने हुए है तो निजी प्रैक्टिस क्यो कि जा रही है। इस पर समिति के दोनो डॉटरो को जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।