आईआईटी कानपुर और वियतनाम नेशनल यूनिवर्सिटी के बीच समझौता
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और वियतनाम नेशनल यूनिवर्सिटी (वीएनयू) ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे दोनों संस्थान विज्ञान और इंजीनियरिंग के कई उभरते क्षेत्रों में एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करेंगे। यह समझौता दोनों देशों के बीच शैक्षणिक और शोध सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह साझेदारी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग चिकित्सा जांच, अस्पताल प्रबंधन, भाषा सीखने की तकनीक, इमारतों की गुणवत्ता की जांच, स्मार्ट सिटी विकास, नए प्रकार की सामग्री की खोज और निर्माण, और ड्रोन तकनीक जैसे क्षेत्रों में मिलकर शोध और विकास के लिए रास्ता खोलेगी। इसका उद्देश्य दोनों संस्थानों की विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए व्यावहारिक समाधान विकसित करना है, जिससे दोनों देशों को लाभ हो। वियतनाम नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधिमंडल में उप-रेक्टर डॉ. गुयेन थू हुओंग, सिविल इंजीनियरिंग संकाय के डीन प्रोफेसर गुयेन दिन्ह डुक, और व्याख्याता डॉ. ट्रान क्वोक कुआन शामिल थे। इस प्रतिनिधिमंडल ने आईआईटी कानपुर का दौरा किया और यहां की उन्नत शोध प्रयोगशालाओं और शैक्षणिक वातावरण से प्रभावित हुए। इससे पहले जून 2025 में आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर आशीष गर्ग, जो सतत ऊर्जा इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष हैं, ने वीएनयू का दौरा किया था। उसी यात्रा के दौरान इस सहयोग की नींव रखी गई थीप्रोफेसर गुयेन दिन्ह डुक ने कहा कि आईआईटी कानपुर का दौरा अत्यंत लाभकारी रहा है। उन्होंने यहां की उत्कृष्ट शोध सुविधाओं को देखा और कहा कि आईआईटी कानपुर कई ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखता है, जो वियतनाम नेशनल यूनिवर्सिटी के लिए भी बहुत जरूरी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों संस्थान मिलकर शैक्षणिक और शोध क्षेत्रों में गहरी साझेदारी करेंगे। आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने कहा कि वियतनाम का शोध क्षेत्र पर्यावरण इंजीनियरिंग, सतत ऊर्जा और स्मार्ट सिटी जैसे क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
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