घाटमपुर शिविर में विधायिका और डीएम की पहल पर आधार-सीडिंग बाधा खत्म, पेंशन पुनः आरम्भ
U-सम्पूर्ण समाधान दिवस पर संवेदनशील पहल, दो दिव्यांगों की जिन्दगी में लौटी नई रोशनी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। तहसील घाटमपुर में सम्पूर्ण समाधान दिवस पर आयोजित दिव्यांगजन सशक्तिकरण शिविर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की संवेदनशीलता का प्रेरक उदाहरण बन गया। विधायिका घाटमपुर सरोज कुरील और डीएम जितेन्द्र प्रताप सिंह की संयुक्त पहल पर दो गंभीर रूप से दिव्यांग व्यक्तियों की वर्षों से बाधित पेंशन पुनः शुरू हुई और उन्हें बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ा गया।राजू पुत्र मणिराम, निवासी सिधौल और दिनेश चंद्र पुत्र रघुनंदन, निवासी बहरौली के दोनों हाथ न होने के कारण बैंक से आधार सीडिंग नहीं करा पा रहे थे, जिसके चलते उनकी पेंशन बंद थी। शिविर में समस्या सामने आते ही जिलाधिकारी के निर्देश पर इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की टीम ने कैम्प में ही आधार-सीडेड खाते खोल दिए। विधायिका सरोज कुरील एवं जिलाधिकारी ने दोनों लाभार्थियों को एटीएम कार्ड प्रदान किए और उनकी बाधित पेंशन तत्काल पुनः चालू कराई। उपस्थित जनसमूह ने इस संवेदनशील और त्वरित कार्रवाई की सराहना की।
शिविर में कुल 78 दिव्यांगजनों का चिकित्सकीय परीक्षण किया गया, जिनमें 52 को मौके पर दिव्यांग प्रमाणपत्र वितरित किए गए, 21 को विस्तृत परीक्षण हेतु रेफर तथा 5 आवेदन निरस्त किए गए। 8 दिव्यांगजनों को पेंशन हेतु पंजीकरण, 11 को सहायक उपकरण तथा 2 को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल हेतु पंजीकरण किया गया। इसके साथ ही 7 राशन कार्ड आवेदन, 3 आय प्रमाणपत्र आवेदन तथा 3 एनपीसीआई लिंक खाते खोले गए शिविर में डीसीपी दक्षिण, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप जिलाधिकारी घाटमपुर, एसीपी घाटमपुर, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी और तहसीलदार घाटमपुर की उपस्थिति रही। चिकित्सा, पूर्ति, समाज कल्याण, प्रोबेशन, श्रम और राजस्व सहित विभिन्न विभागों की सक्रिय भागीदारी रही।