इंजीनियर बोले ‘मैं किसी कोर्ट का स्टे नहीं मानता...’ और ढहा दी दुकान !
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। रायपुरवा थानाक्षेत्र में भूखंड संख्या 87/111-ए डिप्टी पड़ाव, भन्नानापुरवा में फुटपाथ पर स्थित पांच दशक पुरानी भूसे की दुकान की दीवार नगर निगम प्रवर्तन दस्ते द्वारा ढहा देने पर हंगामा खड़ा हो गया। इस भूसे की दुकान के वर्तमान मालिक अफसर खान उर्फ शेखू और उनकी मां रूखसाना बेगम का आरोप है कि उनके दुकान के पीछे की जमीन को एक मशीनरी व्यवसायी द्वारा खरीद लेने बाद उनपर लगातार दुकान हटा लेने के लिये दबाव बनाया जा रहा है। जबकि वो अपने दादा के जमाने से चल रही दुकान का टैक्स वगैरह सब जमा करते हैं। मरहूम दादा और पिता मो. साबिर के जामने, 5 दशक पुरानी किराये की रसीदें तक हैं। हाल में व्यवसायी द्वारा फुटपाथ खाली करवाने के चक्कर में लगातार परेशान किया जा रहा है। विवाद के बाद वो कोर्ट में किराया जमा कर रहे हैं। अफसर खान के वकील एड. जफरूल्लाह ने बताया कि दुकान से बेदखल करने या दुकान तोड़ने के खिलाफ उनके पास कोर्ट का स्टे ऑर्डर भी है। ये स्टे आर्डर 23 दिसंबर 2025 तक वैलिड है। पहले तो उनकी दुकान जोन-1 में होने के बावजूद, पता नहीं क्यूं नगर निगम के जोन 2 के इंजीनियर और जोनल अधिकारी दिवाकर भास्कर बार-बार अफसर खान को दुकान पर आकर दुकान हटाने के लिये धमकाते रहे। उनको हर बार कोर्ट का स्टे ऑर्डर, पुराने-नई किरायेदारी की रसीदें दिखाई गईं। इंजीनियर ने कथित तौर पर कहा कि वो किसी कोर्ट के आदेश को नहीं मानते, दुकान पर बुलडोजर चला देंगे। तब एडवोकेट जफर ने अफसर खान की ओर से नगर निगम, नगर आयुक्त और इंजीनियर दिवाकर भास्कर को पार्टी बनाते हुये वाद दाखिल कर दिया। इसके बावजूद मंगलवार शाम लगभग 5 बजे इंजीनियर दिवाकर भास्कर दल-बल के साथ आये और सीधे दीवार को बुलडोजर से गिरवा डाला। पीड़ित अफसर खान और उनकी मां रूखसाना हाथ में कोर्ट स्टे और रसीदें लिये रोते-चिल्लाते रह गये। पीड़ित के अनुसार वो नगर निगम इंजीनियर की अराजकता के खिलाफ एफआईआर करवायेंगे।
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