पिंक ऑटो योजना हुई धराशाई, 11 में केवल एक आवेदन
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। महिला सशक्तिकरण को मजबूत बनाने के उद्देश्य से शासन ने उ.प्र. परिवहन आयुक्त को पिंक ऑटो के संचालन करने के लिए आवेदन करने के निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में कानपुर आरटीओ विभाग ने 11 पिंक ऑटो परमिट देने के लिए आवदेन आमंत्रित किए थे, जिसकी अंतिम तिथि 20 दिसम्बर, 2025 रखी गई थी। तारीख निकल जाने तक केवल एक ही महिला ने ही आवदेन किया और 10 परमिट आवेदनो के स्थान रिक्त रह गए। इससे साफ है कि शासन की पिंक ऑटो योजना पूरी तरह से विफल रही और धराशाई हो गई।
आपको बता दे कि महिला सुरक्षा को लेकर सरकार ने महिलाअेा को सुरक्षा और रोजगार देने के उद्देश्य से 11 पिंक ऑटो को कानपुर नगर में चलाने के लिए निर्देशित किया था। शासन के निर्देशानुसार संभागीय परिवहन विभाग ने आवेदन आमंत्रित किए जिसकी समय सीमा 20 दिसम्बर, 2025 रखी,लेकिन एक महिला को छोड कर किसी ने भी ऑटो परमिट लेने के लिए आवेदन नही किया। जिस महिला ने आवेदन किया उनका नाम शशिकला बाजपेई पत्नी विनोद कुमार निवासनी बंसन बिहार है। इस बावत आरटीओ प्रशासन राकेन्द्र कुमार सिंह ने पूछने पर उन्होंने बताया कि एक महिला ने आवेदन किया है और अभी भी 10 रूट परमिट खाली है अगर कोई महिला आगे चलकर आवेदन करती है तो उसे परमिट दे दिया जायेगा।
- क्यो नही आए परमिट के लिए आवेदन ............... ?
महिला सुरक्षा को लेकर कानपुर शहर में पिंक ऑटो के संचालन की योजना बनाई गई और उसे धरातल पर भी उतारा गया,लेकिन योजना पूरी तरह से विफल रही। कारण यह रहा कि शहर में सबसे ज्यादा ई-ऑटोे चल रहे है जिनको परमिट की जरूरत भी नही। अब ऐसे में परमिट के चक्कर में कौन पडना चाहेगा। हांलकि यह पिंक ऑटो योजना केवल महिलाओ की सुरक्षा, उन्हें रोजगार देने और महिला सवारियों के संचालन के लिए ही शुरू की गई ,लेकिन अधिकांश महिलाओ को ऑटो खरीदना संभव नही हो रहा था,जिसके चलते आवेदन नही किए गए और यह योजना पूरी तरह से विफल् होकर धराशाई हो गई।