आयुक्त के निरीक्षण मे लापरवाही पर जेई एवं एई को प्रतिकूल प्रविष्टि, ठेकेदार पर जुर्माना
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। जलकल का लापरवाह रवैया यूं तो किसी से छिपा नहीं है। कई बार कार्रवाई के बाजवूद सड़कों पर लापरवाही के परिणाम भी सामने आते रहते हैं। कमिश्नर के निरीक्षण में एक बार फिर यही लापरवाही सामने आयी। जिस पर नाराज कमिश्नर ने जलनिगम के जेई और एई को प्रतिकूल प्रविष्टि थमाने के साथ ही ठेकेदार पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए हैं। यही नहीं, नमामि गंगे योजना के डिस्ट्रिक्ट वन, जिसमें कि गंगा किनारे के 34 वार्ड शामिल हैं, यहां के सभी काम 31 मार्च तक हर हालत में पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
नमामि गंगे के तहत बिछाई जा रही सीवर लाइन का जायजा लेने के लिए कमिश्नर राज शेखर जाजमउ पहुंचे थे। यहां पर हरजिंदरनगर में तो काम की गति सही होते मिली लेकिन छबीलेपुरवा चौराहा पर हर तरफ लापरवाही का आलम दिखा। यहां पर पिछले 10 दिनों से काम चल रहा है लेकिन बैरिकेडिंग, रेट्रो रिफ्लेक्टिव साइनेज, वार्निंग बोर्ड, राउंड द क्लॉक ड्यूटी स्टाफ जैसे कोई उचित एहतियाती उपाय साइट पर मौजूद नहीं थे। यही नहीं मौके पर मिट्टी क ढेर भी जमा मिला। इस पर नाराज कमिश्नर ने सीई जल निगम को इस स्थान के जेई और एई जल निगम को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया और अगले 3 दिनों में ठेकेदार पर जुर्माना लगाने का भी निर्देश दिया. संबंधित अधीक्षण अभियंता को लिखित चेतावनी भी जारी की गई। कमिश्नर ने सभी कार्य स्थलों पर सार्वजनिक सुरक्षा के लिए रेट्रो रेफ़्लेक्टिव स्टीकर के साथ बैरिकेडिंग (कार्य स्थल की पूरी लंबाई के साथ 6 फीट ऊंचाई वाले बैरिकेडिंग की पूर्ण और उचित व्यवस्था) सुनिश्चित करना और फोटोग्राफ सहित 25 नवंबर तक पूरी रिपोर्ट तलब की है। राहगीरों की सुरक्षा को लेकर सभी जगह चेतावनी बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा कार्यस्थल के आसपास सुरक्षा गार्ड भी तैनात रहेंगे, जिससे कि किसी भी दुघर्टना से राहगीरों को बचाया जा सके। कमिश्नर ने डीएम को एक समिति (जिला प्रशासन और सभी संबंधित विभागों को मिलाकर) गठित करने और सड़क की कटिंग और सड़क की मरम्मत के सभी प्रकार के कार्यों की निगरानी के बाद एक प्रणाली विकसित करने के लिए कहा ताकि आवश्यक काम पूरा हो जाए समय के साथ और वांछित गुणवत्ता और न्यूनतम असुविधा के साथ पूर्ण किया जा सके।
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