शिक्षा के मंदिर में गूंजी कविता की स्वर लहरियां
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। पुरवार शिक्षण संस्थान संजय गांधी नगर, नौबस्ता में होली के अवसर पर आयोजित काव्य समारोह में कवियों ने कविता के विभिन्न रंग बिखेरे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि अशोक शास्त्री ने व संचालन कवि राजेश सिंह ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में नगर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ .रोहित अग्रवाल एवम विशिष्ट अतिथि के रूप में कवि, लेखक,विचारक हरी वाणी उपस्थित रहे । काव्योत्सव का शुभारंभ कवि राजेन्द्र अवस्थी की सरस्वती वंदना से हुआ।
कवि संजीव मिश्र ने पिता पर मार्मिक रचना प्रस्तुत करते हुए पढ़ा पहले तो ऐसे ही होते थे सबके बाबू जी.... पढ़ कर वातावरण को संवेदनशील बना दिया। कवि राजेश सिंह ने अपनी रचना एक रात जागरण की काफी है सौ सौ साल अंधेरे में जीने से... प्रस्तुत कर श्रोताओं से सराहना पाई। कवि अशोक शास्त्री ने अपनी बूढ़ी मां को पूरे घर की चिंता रोज सताए, अपने जर्जर दो कंधों पर सारा बोझ उठाए। कवि राजेन्द्र अवस्थी ने अपनी रचना आ गए रघुनंदन सरकार, त्रेता युग सी सजी अयोध्या स्वागत को तैयार पढ़ कर वातावरण राम मय बना दिया। कविता की इसी धारा को युवा कवि शिवांश शुक्ल "सरस" प्रशांत "मृदुल" एवम शुभम तिवारी ने आगे बढ़ाया। अगंतुको का स्वागत अनिल पुरवार ने तथा आभार देवेन्द्र कुमार पुरवार ने व्यक्त किया।