वर्ल्ड हार्ट डे पर फ्री सुपर स्पेशिलिटी कैंप लगाकर लोगों को क्वॉलिटी इलाज की दी सुविधा |
-स्थानीय लोगों को एक्सपर्ट कंसल्टेशन, प्रिवेंटिव स्क्रीनिंग और लाइफ़स्टाइल से जुड़ी दी गई सलाह ।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर पारस हेल्थ कानपुर ने लोगों में हार्ट की सेहत को बेहतर बनाने के लिए और प्रीवेंटिव केयर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई गतिविधियाँ आयोजित कीं। दिन की शुरुआत किदवई नगर के संजय वन पार्क (साउथ) में एक अवेयरनेस इवेंट से हुई। इसमें 300 से अधिक लोगों ने जागरूकता वॉक और फिटनेस गतिविधियों में भाग लिया।पारस हेल्थ कानपुर के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. श्रीपद वसंत खैरनार ने लोगों को संबोधित किया और हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए लाइफ़स्टाइल, खानपान, एक्सरसाइज़ और बचाव के तरीके बताए। आउटडोर इवेंट के बाद पारस हेल्थ कानपुर ने स्वरूप नगर के आर.के. देवी मेमोरियल हॉस्पिटल में एक बड़ा फ्री सुपर स्पेशियलिटी हेल्थ कैंप आयोजित किया। इस कैंप में लोगों को कार्डियोलॉजी, ऑर्थोपेडिक, न्यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और इंटरनल मेडिसिन जैसे क्षेत्रों में एक्सपर्ट डॉक्टरों से कंसल्टेशन मिला।
कैंप में हिस्सा लेने वाले लोगों को फ्री चेकअप और ईसीजी, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी प्रीवेंटिव स्क्रीनिंग की सुविधा दी गईं। इसके अलावा, विटामिन D, विटामिन B12, HBA1C और थायरॉयड जैसी स्पेशलाइज्ड जांचें बहुत कम दामों पर उपलब्ध कराई गईं। 300 से ज़्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया और विशेषज्ञ डॉक्टरों से सीधे मार्गदर्शन प्राप्त किया।
इस दिन को और ज्यादा विशेष बनाते हुए पारस हेल्थ कानपुर की इमारत को लाल रोशनी से रोशन किया गया, ताकि हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके और यह दर्शाया जा सके कि हॉस्पिटल प्रीवेंटिव केयर के लिए पूरी तरह समर्पित है।
इस अवसर पर विशेष संदेश साझा करते हुए डॉ मनोज अग्नि, डॉयरेक्टर सीटीवीएस (हार्ट सर्जन), पारस हेल्थ कानपुर, ने बताया, “सभी अंग जरूरी होते हैं लेकिन हार्ट सबसे ज्यादा कीमती अंग होता है। अगर यह काम करता रहे तो इंसान जिंदा, जिस दिन बंद हो जाए इंसान मर जाए। अमेरिका, यूके और भारत में लगभग 36 साल के हार्ट सर्जरी के अनुभव के बाद मैं पूरे विश्वास से कह सकता हूं कि रोकथाम और समय पर जांच इलाज के जितनी ही जरूरी होती हैं। एक स्वस्थ दिल ही खुश दिल होता है। रोज़ाना 30 से 45 मिनट तक टहलें, नियमित रूप से एक्सरसाइज़ करें, पर्याप्त पानी पिएं, और ट्रेडमिल टेस्ट, स्ट्रेस टेस्ट, डीएमटी और इकोकार्डियोग्राफी जैसे रोकथाम जांच 45 की उम्र के बाद हर कुछ साल में और 60 के बाद हर साल ज़रूर करवाएं।”डॉ श्रीपाद वसंत खैरनार, सीनियर कंसल्टेंट कार्डियोलॉजी, पारस हेल्थ कानपुर ने कहा, “इस विश्व हृदय दिवस पर मै सभी को याद दिलाना चाहता हूं कि हार्ट की बीमारियां भारत में मौत का सबसे बड़ा कारण हैं। पिछले कुछ दशक में हेल्थकेयर फैसिलिटीज में काफी सुधार देखने को मिला है, सही समय पर उपचार और सर्टिफाइड कार्डियोलॉजिस्ट में विश्वास बहुत जरूरी है। अगर आपको छाती में दर्द या ईसीजी में कोई बदलाव हो और डॉक्टर इमरजेंसी एंजियोग्राफी या एंजियोप्लास्टी की सलाह दें, तो उसे ज़रूर मानें क्योंकि ये प्रक्रिया आपकी जान बचा सकती हैं। कई मरीज़ लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, सोचते हैं कि यह सिर्फ एसिडिटी या गैस है, लेकिन ऐसा करना खतरनाक हो सकता है। हार्ट की बीमारियों में समय पर पहचान और सही इलाज बेहद जरूरी होता है।“
कंसल्टेशन और टेस्ट के अलावा कैंप में हेल्थ एजुकेशन और जागरूकता सत्र भी आयोजित किए गए। इसमें प्रतिभागियों को लॉन्ग टर्म स्वास्थ्य के लिए लाइफ़स्टाइल में बदलाव, डाइट और एक्सरसाइज़ रूटीन पर गाइडेंस दिया गया। निवासियों ने क्रोनिक बीमारियों के मैनेजमेंट, जोखिम फैक्टर्स को समझने और समग्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए प्रैक्टिकल रणनीतियाँ सीखीं। निवासियों ने जनता के लिए इस तरह के हेल्थकेयर प्रोग्राम की पहल की तारीफ़ की। इन गतिविधियों से पारस हेल्थ कानपुर ने प्रीवेंटिव हेल्थकेयर और कम्युनिटी वेलनेस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। हॉस्पिटल ने हाई क्वॉलिटी मेडिकल सर्विस जनता तक आसान तरीके से उपलब्ध कराने के लिए कायम है।