छात्राओं को तकनीकी युग की चुनौतियों पर दिया मार्गदर्शन
U- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने को दिया जोर
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | नवाबगंज स्थित वीएसएसडी महाविद्यालय में मिशन शक्ति और अर्थशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया गया। विषय था "यंग माइंड्स, फीमेल आइडेंटिटी एंड स्ट्रेस मैनेजमेंट"। इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सीएसजेएमयू के यूआईईटी फैकल्टी कोच डॉ. नियति पाधी ने छात्राओं को तकनीकी युग की चुनौतियों पर मार्गदर्शन दिया। डॉ. पाधी ने अपने व्याख्यान में छात्राओं को सोशल मीडिया, करियर की चिंताओं, ब्रेकअप और अन्य तनावों से निपटने के लिए पॉमोडोरो मॉडल अपनाने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि यह मॉडल छोटे-छोटे लाइफस्टाइल बदलावों से बड़ी मानसिक और भावनात्मक समस्याओं से मुक्ति दिला सकता है। साथ ही, उन्होंने अपील की कि छात्राएं माता-पिता और अभिभावकों से जुड़े रहें, क्योंकि गैजेट्स के साथ ज्यादा समय बिताने से एकाकीपन और अवसाद बढ़ रहा है। परिवार और समाज से दूरी मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। मिशन शक्ति की प्रभारी प्रो. जया मिश्रा ने जोर दिया कि नारी सशक्तिकरण केवल आर्थिक नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी जरूरी है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना होगा। प्राचार्य प्रो. बिपिन चंद्र कौशिक ने छात्राओं के मनोबल को मजबूत करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उप-प्राचार्य प्रो. नीरू टंडन ने विषम परिस्थितियों में सकारात्मक रहने का संदेश दिया। मंजुलता द्विवेदी ने अतिथियों का स्वागत किया, जबकि प्रो. उमेश चंद्र यादव ने संचालन और संयोजन किया। कार्यक्रम में डॉ. अमृता वर्मा, डॉ. आशीष रैना, डॉ. प्रीति सिंह सहित सभी विभागों के शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं। छात्राओं ने उत्साह से भाग लिया, मुख्य वक्ता से सवाल पूछे और उपयोगी उत्तर प्राप्त किए। यह वर्कशॉप छात्राओं के लिए प्रेरणादायक साबित हुआ, जो परीक्षा तनाव और जीवन चुनौतियों से जूझ रही हैं।