उत्तर मध्य रेलवे ने जड़ा आक्सीजन एक्सप्रेस का शतक।
उत्तर मध्य रेलवे ने किया 51 लोडेड और 49 खाली *ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का सुचारु परिचालन
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस ऑक्सीजन एक्सप्रेस का कुशल संचालन उत्तर मध्य रेलवे के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता: महाप्रबंधक/उत्तर मध्य रेलवे कोविड के खिलाफ लड़ाई में, भारतीय रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाकर पहुंचाकर अपना योगदान दे रही है और अब तक देश भर के 13 राज्यों में 10000 एम टी से अधिक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) पहुंचाई जा चुकी है। इसी क्रम में उत्तर मध्य रेलवे ने आज दिनांक 19.05.2021 बुधवार को एक गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की। अपने परिक्षेत्र से उत्तर मध्य रेलवे ने 100 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन पूरा कर लिया है तथा इस राष्ट्रीय कार्य में योगदान निरंतर आगे जारी है।
उत्तर मध्य रेलवे द्वारा परिचालित 100वीं ट्रेन के रूप में पश्चिम रेलवे के राजकोट मंडल द्वारा लोड किए गए 103 एमटी लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन को ले जाने वाली ऑक्सीजन एक्सप्रेस को 9:02 बजे मथुरा में प्राप्त किया गया था। इस ट्रेन को पलवल में 10:00 बजे उत्तर रेलवे को सौंप दिया गया। यह उत्तर मध्य रेलवे द्वारा संचालित की जाने वाली 51वीं लोडेड ट्रेन थी, इसके अलावा देश के उत्तरी हिस्सों में खाली कंटेनर वाली 49 ट्रेनों को देश के अन्य हिस्सों में अलग-अलग लोडिंग साइटों की ओर ले जाया गया है।
उत्तर मध्य रेलवे पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू), मथुरा और बीना स्टेशनों पर पूर्व मध्य रेलवे और पश्चिम मध्य रेलवे से भरी हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें प्राप्त करता है और उन्हें गंतव्यों के आधार पर चिपियाना, (गाजियाबाद के पास) या पलवल में उत्तर रेलवे को सौंप देता है। पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से प्राप्त लोडेड ट्रेनें उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज डिवीजन में चिपियाना, (गाजियाबाद के पास) या में उत्तर रेलवे को सौंपे जाने से पहले 755 किमी की दूरी तय करती हैं।
पासिंग ट्रेनों के अलावा, उत्तर मध्य रेलवे द्वारा अपने परिक्षेत्र में नौ ट्रेनों को अनलोड करवाया गया है; इसमें कानपुर के लिए अब तक आठ और आगरा के लिए एक ट्रेन लाई गई है। श्री डी.के. वर्मा, मुख्य यात्री परिवहन प्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे के अनुसार "कुल मिलाकर, उत्तर मध्य रेलवे द्वारा इन ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के माध्यम से लगभग 2000 एम टी लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन परिवहित की गई है।",
इसी क्रम में आज ताज नगरी आगरा को यमुना ब्रिज स्टेशन पर 15:07 बजे टाटानगर (दक्षिण पूर्व रेलवे) से अपनी पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस 64 एमटी लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन लोड के साथ प्राप्त हुई। ट्रेन की यमुना ब्रिज पर डी कैंटिंग की गई गया और लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन को शहर भर में कोविड रोगियों के इलाज के लिए जिला अधिकारियों को सौंप दिया गया। इसके अलावा, बुधवार को, कानपुर को पूर्वी रेलवे के दुर्गापुर से 40एम टी लोड के साथ अपनी आठवीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस प्राप्त हुई।
उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक श्री बिप्लव कुमार के अनुसार महाप्रबंधक के निर्देशानुसार इन ट्रेनों का निर्बाध परिचालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
उत्तर मध्य रेलवे के चार कंट्रोल रूम प्रयागराज, टूंडला, आगरा और झांसी में अधिकारी इन ट्रेनों की लाइव मॉनिटरिंग कर रहे हैं और इनका सुचारु परिचालन सुनिश्चित कर रहे हैं।
100वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस के परिचालन पर महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री वी.के. त्रिपाठी ने इन ऑक्सीजन ट्रेनों के संचालन और रखरखाव में शामिल रेलवे कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने निरंतर निगरानी पर बल दिया और कहा कि, कोविड के खिलाफ लड़ाई अभी भी जारी है और राष्ट्र को भारतीय रेल से बहुत अपेक्षाएं है। महाप्रबंधक ने आगे कहा कि, "महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का कुशल संचालन और रेलवे अस्पतालों के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करना उत्तर मध्य रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है"।