18 जून को आईएमए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन दिवस मनाएगा।
U-रामदेव के विवादित बयानों व डॉक्टरों पर हिंसा की घटनाए के विरोध में सांकेतिक प्रदर्शन:डॉ. नीलम
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन शाखा द्वारा पत्रकार वार्ता का आयोजन आई.एम.ए. परिसर में किया गया। आईएमए की अध्यक्षा डॉ. नीलम मिश्रा ने बताया कि आईएमए राष्ट्रीय मुख्यालय केआदेशानुसार 18 जून को आईएमए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन दिवस मनाएगा।
आईएमए की अध्यक्षा डॉ. नीलम मिश्रा ने बताया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने योगगुरु बाबा रामदेव के विवादित बयानों एवं कई अन्य जगहों पर डॉक्टरों पर हिंसा की कई घटनाए के विरोध में शुक्रवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन दिवस मनाने का फैसला किया है। आईएमए की कार्यकारिणी समिति ने सभी पहलुओं पर विचार करने और डॉक्टरों की चिंता, नाराजगी एवं एकजुटता प्रदर्शित करने के तहत यह विरोध प्रदर्शन आयोजित होगा, योद्धाओं की रक्षा करो नारे के साथ चिकित्सा पेशे से जुड़े डॉक्टरों एवं कर्मियों पर हमले रोकने की मांग करेगा।अध्यक्षा ने कहा, आईएमए अपने उन सभी 724 योद्धाओं को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने महामारी की दूसरी लहर के दौरान अपनी शहादत दी है। हमारे डॉक्टर 724 योद्धाओं की जान गंवा देने के बावजूद समर्पण भाव से स्वास्थ्य सेवा देते आ रहे हैं और कई डॉक्टर संक्रमित भी हो चुके हैं। योगगुरु रामदेव ने पहले तो डॉक्टरों का अपमान किया और अब कह रहे हैं कि डॉक्टर देवदूत है। वह खुद टीका लगवाने की भी बात कर रहे हैं। लेकिन हमारे डॉक्टरों के खिलाफ उनके बयान और जबानी हिंसा से हम बहुत आहत हुए हैं, इसे हम भुला नहीं सकते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तहेदिल से आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने स्पष्ट कह दिया है कि टीकाकरण के खिलाफ कोई भी कार्रवाई देश को नुकसान पहुंचाएगी। हम उनसे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने देने की अपील करते हैं।
आईएमए के सचिव डॉ. दिनेश सिंह सचान ने बताया कि पिछले दो सप्ताह के अंदर असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और कई अन्य जगहों पर डॉक्टरों पर हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं। कई डॉक्टरों की हड्डियां भी टूटी और कई गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। महिला डॉक्टरों के साथ भी गाली-गलौंच और हिंसक घटनाए। और संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील करता है कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जाए। हम उनसे केंद्रीय अस्पताल और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स सुरक्षा अधिनियम में आईपीसी की धारा और आपराधिक गतिविधि संहिता शामिल करने की अपील करते हैं। प्रत्येक अस्पताल की सुरक्षा के मानक बढ़ाने, अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने, दोषियों के खिलाफ फास्ट-ट्रैक अदालत में सुनवाई और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाने के प्रावधान की अपील करते हैं।
आईएमए एक्शन कमेटी के चेयरमैन डॉ. एस के मिश्रा ने बताया कि हिंसा के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शित करने के लिए डॉक्टर काला बिल्ला, काले झंडे, काले मास्क, काली रिबन, काली शर्ट पहनकर नाराजगी प्रकट करेंगे। यह विरोध प्रदर्शन कार्यस्थलों और आईएमए बिल्डिंग के प्रमुख केंद्रों और प्रमुख अस्पतालों में मनाया जाएगा। विरोध प्रदर्शन के बाद सामूहिक रूप से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा।