मनुष्य ही नहीं देवताओं पर भी आती हैं, समस्याएं : आचार्य रामाशीष |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | वसुधा बिहार जरौली विकास एवं जन कल्याण समिति के द्वारा श्री राम कथा रामलीला महोत्सव का आयोजन जरौली में किया गया इस मौके पर महोत्सव के संयोजक प्रबोध मिश्रा ने बताया कि रामकथा के द्वितीय दिवस पर बांदा से आए आचार्य पंडित रामाशीष शुक्ला ने बताया कि व्यक्ति को स्वयं की समस्याओं का निदान स्वयं ही करना पड़ता है आचार्य ने बताया कि याज्ञवल्क्य जी ने संगम के किनारे श्री भारद्वाज मुनि को बताया कि मनुष्य ही नहीं देवताओं पर भी समस्याएं आती है और उनका निदान करना देवताओं को भी भारी पड़ता है भगवान शंकर जैसे सर्वशक्तिमान ईश्वर के घर में जब स्वयं की देवी सती ने भगवान शिव के कथन को स्वीकार नहीं किया तब भगवान शंकर का ह्रदय टूट गया बहुत कोशिश करने के बाद भी जब तक जी नहीं समझी अंततोगत्वा सती का परित्याग करना पड़ा लेकिन फिर भी शिव के मन में सती के प्रति प्रेम बना ही रहा कालांतर में ही सती ने हिमालय के घर में जन्म लिया और भगवान शंकर को प्राप्त हुई यही घर घर की कहानी है उतार-चढ़ाव आते रहते हैं विघटन होते हैं पर एक दूसरे के प्रति प्रेम और समर्पण में कमी ना हो यही संसार का धर्म है कथा में प्रमुख रूप से महोत्सव के संयोजक प्रबोध मिश्रा सुनील सचान सुशील अवस्थी राजेश तिवारी शिवम निगम आशु पण्डित रवि राठौर ब्रज किशोर तिवारी मनोज मिश्रा वीर सिंह पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा विनोद शुक्ला शैल शर्मा वैभव शुक्ला सहित काफी संख्या में राम भक्तों ने राम कथा ज्ञान रूपी गंगा में गोते लगाए। श्री राम कथा महोत्सव में भाजपा क्षेत्रीय कार्यालय पर प्रभारी राजमणी एवं जिलामंत्री शिवपूजन सविता के द्वारा व्यास पीठ का सम्मान किया गया |
|