योगाभ्यास पर छात्र छात्राओं को कराया अंग व्यायाम |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | सीएसए की राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई एक और दो द्वारा संचालित विशेष विशेष शिविर में योगाभ्यास कार्यक्रम हुआ जिसमें एनएसएस अधिकारी डॉक्टर संजीव सचान ने बताया कि छात्र जीवन में यदि पठन-पाठन से लेकर अपने आहार-विहार तथा नियमित दिनचर्या में भी अनुशासन बनाए रखा जाए तो अनुकूल बौद्धिक विकास होता है जो कि नियमित योग से ही संभव है। आज मुख्य भवन के लाॅन में राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई 1 और 2 के संचालित विशेष शिविर में योगाभ्यास का सत्र भोर पहर ही चालू हो गया | योग प्रशिक्षक की भूमिका में डॉ. संजीव कुमार सिंह, कार्यक्रम अधिकारी ने सभी छात्र छात्राओं को बताया कि योग हमारी भारतीय संस्कृति है परंपरा है जो कि स्वस्थ्य जीवन शैली जीने का सुगम मार्ग है | अष्टांग योग के यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि अंग है। आज दुनिया के सभी देशों में इसका प्रसार हो गया है |अनेक संस्थानों में कोर्स भी संचालित है | सत्र के आरंभ में पहले बच्चों को अंग व्यायाम कराया तत्पश्चात विभिन्न आसन सिखाएं | ऐसे व्यायाम भी सिखाए गए जो छात्रावास में समय कम होने पर भी किए जा सकें | वृक्षासन, ताड़ासन, मंडूकासन, अनुलोम - विलोम, कपालभाति का अभ्यास कराने के बाद ध्यान भी सिखाया गया। इससे बच्चे बहुत ही आनंदित हुए और अपने शरीर में नई ऊर्जा का संचार महसूस किया | अंत में डॉ. अर्चना सिंह, कार्यक्रम समन्वयक ने बच्चों से प्रतिदिन योगाभ्यास करने का संकल्प लिया जिससे कि शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखते हुए अपने नियमित कार्यों को और बेहतर ढंग से संपादित करने में सामंजस्य स्थापित किया जा सके |
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