दीपयज्ञ में पांच हजार दीपकों से जगमगा उठा वातावरण
-गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन
-भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया प्रसाद
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।शहर के एसबीएस इंटर कालेज के प्रांगण में चल रहे गायत्री जयंती समारोह के दूसरे दिन देर रात दीप यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमे पांच हजार दीपकों से पूरा वातावरण जगमगा उठा।तीसरे दिन मंगलवार को दोपहर पांच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई और उसके बाद आयोजित भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। एसबीएस इंटर कालेज में गायत्री जयंती के भव्य पंडाल में आयोजित दीप यज्ञ में बोलते हुए नजीबाबाद जोन समन्वयक ने कहा कि यज्ञ का अर्थ है सत्कर्म और समस्याओं का कारण है दुर बुद्धि।गायत्री से जब हम दूर हो गए तो समस्याएं बढ़ गई।हम अपने आपको भूल गए।हमें पुनः उसी युग में पहुंचना है।उन्होंने कहा कि एक दीपक से दूसरे दीपक को जलाया जाता है ऐसे ही हम एक दूसरे को सत्कर्म के लिए प्रेरित करें और सभी को देव संस्कृति से जोड़ें।उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम् हमारी संस्कृति रही है और यह जलता हुआ छोटा दीपक हमारे जीवन में परिवर्तन ला सकता है।उन्होंने कहा कि दीपयज्ञ भाव प्रधान यज्ञ है भगवान को कुछ नहीं चाहिए सिर्फ भावना पवित्र होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि दीपयज्ञ के मध्यम से सांस्कृतिक विरासत को पुनः प्रतिस्थापित करें।बंदायू की क्षेत्रीय समन्वयक शिवम्बदा सिंह ने कहा कि वर्तमान में वातावरण दूषित हो गया है और इसलिए हम सबको घर घर जाकर जगाना होगा क्योंकि गायत्री सभी की है।उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमारी दिनचर्या अव्यवस्थित हो गई है जिससे हम गायत्री से दूर हो गए हैं।आचार्य श्री राम शर्मा आचार्य ने सभी को गायत्री के प्रति प्रेरित किया।पूज्य गुरुदेव ने पुरानी विधा दीपयज्ञ को प्रारंभ कराकर लोगों में नई जागृति पैदा की।बंदायू की ट्रस्टी पूनम अरोरा ने कहा कि इस देश में सिर्फ एक ही धर्म है और वह है सनातन धर्म जबकि पंथ अनेक हैं।दीपयज्ञ समाज को प्रकाश देता है और इसमें ज्यादा संसाधन की जरूरत नहीं पड़ती।अच्छी बातों का श्रवण करें ताकि समाज अच्छा बन सके।उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सभी को बदलना पड़ेगा।दीपक के माध्यम से हमे सबको प्रेरणा देनी है कि एक दीपक की लौ अंधकार को मिटा देता है।उन्होंने जल के संरक्षण पर विशेष जोर दिया और कहा कि जल की बर्बादी न करें।देव संस्कृति विश्वविद्यालय की छात्रा बंदायु से आई श्रेया सिंह ने ढोलक के माध्यम से सभी का मन मोहकर अपनी ओर आकर्षित किया।आज गायत्री जयंती समारोह के अंतिम दिन महायज्ञ पूर्णाहुति में भाजपा नेता कन्हैया दीक्षित एवं विष्णु कुमार शुक्ला ने भाग लिया।इस मौके पर टोली के नायक वी पी सिंह ने स्वागत कर आशीर्वाद दिया।इसके उपरांत कार्यक्रम के समापन पर शांतिकुंज हरिद्वार से आई टोली को विदाई दी गई। अशोक कुमार गुप्ता एवं रविंद्र सक्सेना ने टोली में आए सदस्यों को उपहार भेंट किए और उनका सम्मान किया।कार्यक्रम के समापन बंदायू से पधारे शांतिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधियों की टोली ने गायत्री परिवार के सदस्यों व सहयोग करने वाले गणमान्यों पर पुष्पवर्षा की।