लिंगभेद को खत्म करने के लिए लड़कियों को समान अवसर देना होगा: लवली जायसवाल
-वन स्टाप सेंटर परिसर में लैंगिक समानता के प्रावधानों एवं महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण से सम्बन्धित विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में शहर स्थित वन स्टाप सेंटर परिसर में अपर जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव लवली जायसवाल की अध्यक्षता मे लैंगिक समानता के प्रावधानो एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ तथा महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण से सम्बन्धित विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान सचिव ने सेन्टर का निरीक्षण भी किया।जागरुकता शिविर को सम्बोधित करते हुए अपर जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव लवली जायसवाल ने कहा कि प्रत्येक बच्चे को अधिकार है कि उसकी क्षमता के विकास का पूरा अधिकार मिले लेकिन लैंगिग असमानता की कुरीति के वजह से वह ठीक से फल फूल नहीं पाते। उन्होंने कहा कि हमारे देश में लड़को और लड़कियों के बीच घरों एवं समुदायों तथा समाज के प्रत्येक पहलू में लिंग के अनुसार असमानता दिखायी देती है। जिससे लड़के और लड़किया दोनों पक्ष प्रभावित होते है, लेकिन इसका प्रभाव ज्यादा लड़कियों पर पड़ता है। भारत में लड़कों की तुलना में लड़कियों की मृत्यु दर अधिक है, उसके विकास की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है एवं शिक्षा में भी भेदभाव दिखता है। कहा कि समाज में लिंगभेद को खत्म करने के लिए हमे लड़कियों को समान अवसर देना होगा। उन्होंने महिलाओं से संबंधित कानूनों के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि पुरुष और महिलाओं को बराबरी पर लाने के लिये महिला सशक्तिकरण में तेजी लाने की जरूरत है। सभी क्षेत्रों में महिलाओं के उत्थान राष्ट्र की प्राथमिकता में शामिल होना चाहिये। जिससे समाज में महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार मिले। प्रोबेशन अधिकारी ईरा आर्या ने सम्बोधित करते हुए कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ का मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या रोकना है। बेटियां दो घरों को रोशन करतीं हैं। इनकी सुरक्षा करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। कहा कि यदि हमारे देश में एक बेटी सुरक्षित होती है तो उसके सुरक्षित होने से हमारे दो परिवार का जीवन सफल होता है। बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत प्रदेश सरकार बेटियों के जन्म से लेकर पढाई, दवाई तथा शादी तक की व्यवस्था कर रही है। सचिव द्वारा बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ का उद्देश्य पर चर्चा करते हुये बताया गया कि सभी कार्यक्षेत्रों में समान भागीदारी के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को सुनिश्चित करना, पूरे भारत में कन्याओं के स्तर को ऊँचा उठाना है। इस अवसर पर सचिव ने महिला स्वच्छता से संबंधित सैनेटरी पैड्स के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किये जाने पर प्रकाश डालते हुये शिविर में मौजूद महिलाओं को सैनेटरी पैड्स का वितरण किया। वहीं प्राधिकरण की सचिव ने वन स्टाप सेन्टर का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण दौरान उन्होने कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका, मौजूद स्टाप की स्थिति, पीड़िताओं को दी जाने वाली विधिक सहायता, चिकित्सकीय सुविधा, पीडिता के साथ हुई घटना में पुलिस द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने की कार्यवाही रजिस्टर का निरीक्षण किया। वहीं सेन्टर पर संचालित पुलिस रिर्पाटिंग चौकी के निरीक्षण में पाया कि पीडिता रजिस्टर 20 अगस्त 2022 से संचालित है, जिसमे किसी भी अपराध से संबंधित पीडिता जिसे वन स्टाप सेंटर पर अस्थायी प्रवास कराया जाता है,उसकी सेंटर से लाने व ले जाने तथा मामले में हुयी कार्यवाही के संबंध में प्रकरण से सम्बन्धित विवेचकों द्वारा आज तक हस्ताक्षर नहीं किये गये। जिस पर सचिव नें प्रभारी अधीक्षक को निर्देशित किया कि उक्त पंजिका में पीड़िता के संबंध में की गयी कार्यवाही के विवरण पर सम्बंधित विवेचक के हस्ताक्षर कराया जाना सुनिश्चित करें।उन्होंने प्रबंधक को सख्त हिदायत दी कि किसी भी पीड़ित महिला के आने पर तत्काल सक्रियता दिखाएं। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।