क्यूआर कोड वाला स्टीकर बताएगा कितना सुरक्षित है ई-रिक्शा |
- स्टीकर देखकर सवारियां निर्णय आसानी से ले सकेंगी की कौन सा रिक्शा उनके लिए होगा बेहतर -डीसीपी |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | शहर के सुगम और सुरक्षित यातायात में ग्रहण लगाते हुए सड़कों पर बेलगाम दौड़ रहे अवैध ई-रिक्शा पर ब्रेक लगाने की कवायद यातायात पुलिस ने तेज कर दी है। अब हर ई-रिक्शे पर वाहन और वाहन चालक से जुडी हुई जानकारी क्यूआर कोड के रूप में लगी होगी। जिस भी ई-रिक्शा पर यह क्यूआर कोड नहीं लगा होगा तो वह सभी मानकों को पूरा नहीं करता इस बात का संकेतक होगा। बस उसी ई-रिक्शा को रोककर पुलिस कार्रवाई करेगी। मंगलवार को इस संबंध में पुलिस लाइन कार्यालय में ई-रिक्शा ट्रेनिंग स्कूल संचालकों के साथ पुलिस उपायुक्त यातायात रवीना त्यागी ने बैठक की। बैठक का प्रमुख फोकस शहर की यातायात व्यवस्था को प्रभावित करने वाले ई-रिक्शा पर रहा। इस पर निर्णय हुआ कि सभी ई-रिक्शा पर एक क्यूआर कोड लगाने के संबंध में वार्ता हुई। इस क्यूआर कोड में बैटरी रिक्शा का पूरा विवरण होने के साथ ही चालक की पूरी जानकारी और इसके साथ ही उसने कहां से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। यह भी जानकारी उपलब्ध होगी। जिस भी ई-रिक्शा पर यह स्टीकर लगा होगा उसके अलावा जो भी ई-रिक्शा सड़क पर दौडते हुए मिलेगा उसपर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इस स्टीकर से सवारियों को भी तय करना आसान होगा की आखिर वह किस रिक्शे में बैठें या फिर कौन सा उनके लिए सुरक्षित होगा। जिस पर पुलिस द्वारा प्रदत्त स्टीकर लगा होगा वह सुरक्षा के हर मानकों में खरा होगा जो लोगों को सफर में महफूज रखेगा। स्टीकर पर ही रिक्शा मालिक का नाम और मोबाइल नंबर भी लिखा होगा ताकि अप्रिय स्थिति में सूचित और मदद ली जा सके। बैठक में इसके अलावा ई-रिक्शा के रजिस्टेशन, प्रशिक्षण, रूट आदि पर विस्तृत चर्चा हुई। सभी ई रिक्शा ड्राइविंग स्कूल के संचालकों ने कहा यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने में पुलिस की हर संभव मदद करेंगे। ये हैं ट्रेनिंग के नियम सभी ई रिक्शा चालकों को 10 दिनों की ट्रेनिंग प्राप्त करना अनिवार्य है जिसके सर्टिफिकेट के आधार पर ही परिवहन विभाग द्वारा लाइसेंस जारी किया जाता है। इस वर्ष ट्रेनिंग सर्टिफिकेट जो जारी हुए हैं, की संख्या नए ई रिक्शों की अपेक्षा अत्यधिक कम है। इस संबंध में परिवहन विभाग से विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा रही है, ताकि संयुक्त रूप वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जा सके। अगली मीटिंग ई रिक्शा डीलरों के साथ होनी तय हुई है |