भागवत कथा सुनना मानो साक्षात प्रभू के दर्शन करना हो
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | तेजाब मिल कैंपस के सिपाही बाबा मंदिर में भव्य भागवत कथा का आयोजन किया गया । जिसका श्रवण रूपी प्रसाद व्यास पीठ पर विराजित कानपुर की प्रसिद्ध भगवताचार्य हित लता द्वारा भक्तों को 8 जुलाई से निरंतर प्राप्त हो रहा है।भागवत कथा एक ऐसा पका हुआ फल है कि बड़े से बड़ा पापी जिसने जीवन पर्यन्त अगर एक भी पुण्य कार्य न किया हो बस इसके श्रवण रूपी प्रसाद को ग्रहण करे तो उसके जन्म जन्मांतरों के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। श्री मद भागवत साक्षात श्री कृष्ण हैं । भागवत में कुल 12 स्कंध होते हैं जिसमे प्रथम और द्वितीय स्कंध प्रभु के चरण, तृतीय और चतुर्थ स्कंध प्रभु की जंघा ,पंचम उदर, षष्ठम हृदय, सप्तम वा अष्टम हांथ, नवम कंठ, दशम प्रभु का मुख और सुंदर मुस्कान, एकादश प्रभु की ललाट तथा द्वादश सुंदर फूलों से बनी प्रभु की पगड़ी होती है। भागवत साक्षात प्रभु का स्पर्श है और कलयुग में मानव को परमपिता परमेश्वर की अनुभूति कराने का एकमात्र साधन है । इस साधन को और सुगम बनाने का कार्य कानपुर की प्रसिद्ध भगवताचार्य हित लता ने किया ।जिनके श्री मुख से भागवत सुनना मानो साक्षात भगवान के दर्शन करना हो। इस भागवत कथा का शुभारंभ 8 जुलाई व समापन 14 जुलाई को होगा |
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