विश्व गठिया दिवस पर संगोष्ठी का हुआ सफल आयोजन
U-घुटने के दर्द को हल्के में लेना, गठिया की शुरूआत
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध लाला लाजपत राय हॉस्पिटल के अस्थि रोग विभाग में विश्व गठिया दिवस का आयोजन किया गया। गठिया (अर्थराइटिस) में बचाव और उसके ऑपरेशन की सफलता के बारे में विभागाध्यक्ष डॉक्टर संजय कुमार ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गठिया बढ़ती उम्र के साथ यह होना स्वाभाविक इसके बचाव के लिए फिजियोथैरेपी और डॉक्टरों की सलाह जरूरी है जिससे इसका बचाव किया जा सकता है, कार्यक्रम शुभारंभ उप प्राचार्य डॉ रिचा गिरी, प्रमुख अधीक्षक डॉ आर के सिंह, विभागाध्यक्ष डॉ संजय कुमार, डॉ रोहित नाथ,डॉ चंदन कुमार, डॉ फहीम अंसारी व मीडिया प्रभारी डॉ सीमा द्विवेदी ने ओपीडी में आए अर्थराइटिस के मरीज़ों को किट दे कर गठिया के बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी यूरिक एसिड बढ़ने पर गठिया का रूप लेता है, उनकी मासपेशियो के आस पास क्रिस्टल जमा होने लगते है जिसके कारण जॉइन्ट का दर्द शुरू हो जाता है और ये दर्द निवारक दवा लेने से भी नही जाता है। इसके साथ ही शराब पीने से कूल्हे सूख जाते है और सूख कर कमजोर पड़ जाते है, जिसके कारण उन्हें कूल्हे की समस्या शुरू हो जाती है। अभी तक जितने भी मरीज़ इन जटिल गठिया बीमारी से पीड़ित आये है उनका सफल ऑपरेशन किया गया औऱ आज वह अपने पैरों पर चल रहे है जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। इसी क्रम में प्रमुख अधीक्षक डॉ आर के सिंह ने उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि आज गठिया रोग एक आम बीमारी हो गई है यह चोट लगने के कारण इन्फेक्शन के कारण और जेनेटिक रूप से होती है। इसमें जोड़ों में दर्द नीचे के पैर में चलने में और घुटनों में भी दिक्कत शुरू हो जाती है जो आगे चलकर भयानक रूप भी ले लेती है जिससे मरीज को चलने फिरने में बड़ी असमर्थता महसूस होती है। अगर ऐसी दशा होती है तो दर्द निवारक दवा ना लेकर तुरंत ही हड्डी रोग विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए। इस मौके पर जीएसबीएम मेडिकल कॉलेज की उप प्रधानाचार्य डॉक्टर रिचा गिरी विभाग अध्यक्ष डॉक्टर संजय कुमार प्रमुख अधीक्षक डॉ आरके सिंह डॉक्टर रोहित नाथ डॉक्टर चंदन कुमार डॉक्टर फहीम अंसारी डॉक्टर सौरभ सक्सेना और सीनियर रेजिडेंट के साथ समस्त स्टाफ उपस्थित रहा ।