डेंगू, मलेरिया व दीमागी बुखार पड़ने न पाए भारी, स्वास्थ्यकर्मियों दे रहे घर-घर जानकारी |
-- संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत चला जा रहा दस्तक अभियान |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | अधिकतर संक्रामक बीमारियां गन्दगी व मच्छर काटने से होती हैं | इसके लिए घर व आसपास साफ़-सफाई और स्वच्छता बनाए रखें, तो डेंगू, मलेरिया, टायफाइड, टीबी व दिमागी बुखार अदि बीमारियों के प्रकोप से बच सकते हैं | यह बातें सोमवार को सीएचसी ककवन के पटरैया और शिवरा में हर घर दस्तक देने के दौरान आशा लक्ष्मी और उषा देवी ने ग्रामवासियों को बतायी | आशा लक्ष्मी और उषा देवी ने कहा कि हर साल बारिश के महीनों में संचारी रोगों का प्रकोप होता है, उससे बचाव के लिए सभी को जागरुक होने की आवश्यकता है | संचारी रोगों से बचाव के लिए दिन में फुल आस्तीन के कपड़े पहनें और अपने घरों के आसपास जलभराव न होने दें | घरों की छतों के ऊपर टूटे-फूटे बर्तन, टायर, कबाड़ा आदि चेक करते रहें कि कहीं पानी जमा न होने पाए | कूलर और फ्रिज का पानी बदलते रहें | बड़े बुजुर्गों व बच्चों को मच्छरदानी के अंदर लिटाएं और बुखार आने पर किसी झोलाछाप को न दिखाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला चिकित्सालय पर जांच कराएं और इलाज लें | गर्भवती माताओं और शिशुओं के स्वास्थ्य देखभाल की दी जानकारी : सीएचसी ककवन के बीसीपीएम अंबरीश ने बताया की हर घर दस्तक देने के बादआशा लक्ष्मी और उषा देवी ने अपने अपने क्षेत्र की महिलाओं के साथ गर्भवती को प्रसव पूर्व नियमित स्वास्थ्य जांच और चिकित्सीय परामर्श लेने की सलाह दी | सरकार द्वारा चलायी जा रही जननी सुरक्षा योजना तथा जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के बारे में बताया तथा 102 एम्बुलेंस का लाभ लेने हेतु महिलाओं और उनके अभिभावकों को प्रेरित किया |
दिन में काटते हैं यह मच्छर जिला मलेरिया अधिकारी एके सिंह बताते हैं कि डेंगू के मच्छर दिन में खासकर सुबह के वक्त काटते हैं। वहीं अगर रात में रोशनी ज्यादा है, तो भी यह मच्छर काट सकते हैं। इसलिए सुबह और दिन के वक्त घर के आसपास मच्छरों को न रहने दें। एडीज इजप्टिी मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाते, इंसान के घुटने के नीचे तक ही पहुंच पाते हैं। ऐसे में रात से ज्यादा सुबह इन मच्छरों से बचना आवश्यक है। यह मच्छर ज्यादा पुराने पानी में नहीं बल्कि तीन-चार दिन तक एक स्थान पर रखे पानी में भी पनप सकता है।11 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलाया जा रहा दस्तक अभियान अभियान के नोडल अधिकारी / एसीएमओ डॉ आरपी मिश्रा ने बताया कि हर घर दस्तक अभियान 11 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलाया जा रहा है | इसका उद्देश्य आमजन को इस बात पर जागरुक करना है कि संक्रामक बीमारियां दूषित हवा से, दूषित पानी से, दूषित खाना खाने से तथा मच्छरों के काटने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को या पशुओं से इंसानों को हो सकती है, इसलिए साफ-सफाई का सभी लोग विशेष ध्यान रखें | बारिश में घरों के आसपास, गमलों, खाली बर्तन, टायर और अन्य स्थानों पर पानी जमा न होने दें | एक जगह पानी जमा होने पर लार्वा पनपते हैं, जिस कारण डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और दिमागी बुखार समेत कई रोग पनपने और फैलने की आशंका होती है |