पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के अंतर्गत चुने जाएंगे गांव के मिस्टर स्मार्ट |
-मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन से परिवार नियोजन की सोच को मिलेगा बढ़ावा - सीएमओ |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | नसबंदी के प्रति पुरुषों में जागरूकता लाने एवं परिवार नियोजन में पुरुष भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए जनपद में मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। जिले में पुरुष नसबंदी पखवाड़े का गुरुवार से आगाज हो गया और आज ही शुरूआत करें, पति-पत्नी मिल कर परिवार नियोजन की बात करें जैसे स्लोगन की मदद से लोगों को परिवार नियोजन की महत्ता समझाई जा रही है। पखवाड़े के अंतर्गत जनपद के सभी दस ब्लॉकों के 20-20 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को चयनित कर उनमें अब पुरुष नसबंदी अपनाने वाले पुरुषों को मिस्टर स्मार्ट चुना जायेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ आलोक रंजन ने बताया कि वर्ष 2022 में प्रदेश के सभी मंडलों के प्रमुख जनपदों के एक-एक ब्लॉक को सिप्सा के तत्वावधान में पायलट के रूप में लिया गया था। चिन्हित ब्लॉक से कुछ स्वास्थ्य उपकेंद्रों को चुना गया था जहां मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन का आयोजन कर ‘मिस्टर स्मार्ट’ को चुना गया था। इसी तर्ज पर 21 नवंबर से शुरू हो चुके पुरुष नसबंदी पखवाड़े में सभी मंडलीय जिलों के सभी ब्लॉकों के 20-20 उपकेंद्रों में यह आयोजन पुनः किया जा रहा है। उन्होंने बताया की मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन से परिवार नियोजन की सोच को बढ़ावा मिलेगा। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल व एसीएमओ डॉ रमित रस्तोगी ने बताया की परिवार नियोजन के लिए महिलाओं की नसबंदी आवश्यक है वहीं पुरूषों को भी इसमें अहम रोल अदा करना होगा। इसी उद्देश्य से सरकार द्वारा ब्लॉक स्तर पर मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में लोगों को चिकित्सकों के माध्यम से गर्भ निरोधकों के उचित उपयोग के साथ संवेदीकृत किया जाएगा। इन्हें बास्केट ऑफ च्वाइसेज के अन्तर्गत परिवार नियोजन संबंधी महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जानकारी दी जाएगी। स्मार्ट सम्मेलन में परिवार नियोजन के प्रति समझदार दम्पत्तियों की पहचान की जाएगी व उन्हे पुरस्कृत किया जायेगा। भ्रांतियों से दूर रहकर अपनाएं पुरुष नसबंदी एसीएमओ ने बताया कि पुरुष नसबंदी परिवार को नियोजित करने का एक सुरक्षित और सरल तरीका है, जो परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी को बढ़ावा देता है। इसमें न तो चीरा लगता है, न टांका लगता है। यह सरल प्रक्रिया प्रशिक्षित सर्जन के द्वारा मात्र 10 मिनट में की जाती है। इसलिये किसी भी भ्रम में ना पड़कर पुरुष नसबंदी अपनायें । यह पूरी तरह सुरक्षित है। मिलती है प्रोत्साहन राशि जनपदीय परिवार नियोजन परामर्शदाता ने बताया कि नसबंदी करवाने वाले पुरुषों को तीन हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि उनके खाते में दी जाती है। साथ ही उन्हें कुछ सावधानियों के बारे में भी बताया जाता है। जैसे पुरुष नसबंदी के बाद भी कंडोम का इस्तेमाल तब तक करना है, जब तक कि जांच द्वारा स्पष्ट न हो जाए कि पहले के शुक्राणु समाप्त हो गये हैं। नसबंदी के तीन माह बाद सरकारी अस्पताल से शुक्राणु जांच करवाने के बाद इसका प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा सकता है।
28 नवम्बर से होगा सेवा प्रदायगी चरण का आगाज
पुरुष नसबंदी 21 नवंबर से शुरू होकर यह चार दिसम्बर तक चलेगा। इसका मोबिलाईजेशन चरण 27 नवम्बर तक चलाया जाएगा और इस दौरान योग्य दंपति को परिवार नियोजन के सभी साधनों की जानकारी देकर इच्छुक पुरुष को नसबंदी के लिए तैयार किया जाएगा। इसके बाद 28 नवम्बर से सेवा प्रदायगी चरण शुरू होगा, जिसमें अभियान चला कर पुरुष नसबंदी की सुविधा प्रदान की जाएगी।जनपद में पुरुष नसबंदी की स्थिति जनपद में इस वर्ष अप्रैल 2024 से अक्टूबर माह तक कुल 48 पुरुषों ने नसबंदी को अपनाया है। पिछले वर्ष 2023-24 में कुल 150 पुरुष और वर्ष 2022-23 में कुल 103 पुरुष नसबंदी के लिये आगे आये।