विश्व मृदा दिवस के अवसर पर मिट्टी की उर्वरता पर हुई विशेष चर्चा
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। सीएसए के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह के कुशल मार्गदर्शन में अधिष्ठाता सम्मेलन कक्ष मे विश्व मृदा दिवस का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन तथा मृदा संरक्षण एवं जल प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉक्टर मुनीश कुमार ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य किसानों के साथ-साथ आम जनमानस को मिट्टी की महत्ता के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि विश्व मृदा दिवस 2024 की थीम *मृदा की देखभाल: उपाय, निगरानी एवं प्रबंधन है ।उन्होंने कहा कि आधुनिक समय में रासायनिक खादों और कीटनाशकों के इस्तेमाल से मिट्टी की उर्वरा शक्ति खराब हो रही है। इस अवसर पर उन्होंने मृदा संरक्षण पर विशेष बल दिया।उन्होंने इस अवसर पर छात्र छात्राओं को एक नारा भी दिया कि स्वस्थ धरा, तो खेत हरा। मृदा विज्ञान विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ अनिल सचान ने बताया कि किसान भाई अपने खेतों का मृदा परीक्षण अवश्य कराएं। जिससे मृदा में उपस्थित पोषक तत्वों की सही जानकारी मिल जाती है। उन्होंने कहा कि मिट्टी परीक्षण द्वारा फसल के लिए उर्वरकों की उचित मात्रा की सिफारिश की जाती है। खादों के प्रयोग का समय तथा तरीके के बारे में पूर्ण जानकारी मिलती है।मिट्टी परीक्षण द्वारा क्षारीय और लवणीय भूमियों की समस्या और उनके सुधारने के बारे में भी जानकारी प्राप्त हो जाती है। उन्होंने छात्रों को जागरूक करते हुए कहा कि मिट्टी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए केंचुए की खाद एवं नाडेप कंपोस्ट तथा हरी खाद का प्रयोग अवश्य किया जाना चाहिए।जिससे मृदा में जीवांश कार्बन की बढ़ोतरी हो।कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर सर्वेश कुमार ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ रजत मिश्रा, डॉ विकास सिंह, डॉक्टर ताहिरा अर्जुमंद,डॉक्टर धर्मेंद्र शाह,डॉक्टर बृजेश कुमार, डॉक्टर अदिति चौरसिया एवं डॉक्टर पूजा शर्मा ने विशेष योगदान दिया। इस अवसर पर 150 से अधिक छात्र छात्राएं उपस्थित रहें।
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