पार्षद दल के नेता की शिकायत बेअसर, शासन ने बहाल किए प्रवर्तन कर्मी
U- नवीन ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलेंगे सभी पार्षद, अपमान हुआ है
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। प्रतिबंधित पॉलीथिन के साथ पकडे गए ई- रिक्शा छोडने को लेकर पार्षदों और प्रवर्तन दल के बीच हुई कहासुनी के बाद दस्ते के दो पूर्व सैनिकों को सेवामुक्त कर दिया गया था। मामले में शासन तक हुई शिकायत के बाद दोनो सैनिकों को फिर से प्रवर्तन दल में बहाल कर दिया गया है। बहाली की खबर के बाद पार्षद नवीन पंडित ने कहा कि समस्त पार्षदों का अपमान हुआ है। जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर प्रकरण बताया जाएगा। बहाली करने वाले प्रमुख सचिव के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।
बता दे, दिसंबर में नगर निगम प्रवर्तन दल ने अफीमकोठी चौराहे के पास एक ई-रिक्शा प्रतिबंधित पॉलिथिन के साथ पकड लिया था, उसको पकडकर नगर निगम मुख्यालय लाया गया। यहां पर पॉलीथिन जब्त कर ई-रिक्शा पर जुर्माना लगाया गया था, ई- रिक्शा चालक ने गरीब होने की बात कहकर परिसर में मौजूद भाजपा पार्षद दल के नेता नवीन पंडित सहित अन्य पार्षदों से छुडवाने की गुहार लगाई तो सभी पार्षद प्रवर्तन प्रभारी रिटायर्ड कर्नल आलोक नारायन के कमरे में पहुंचकर छोडने के लिए कहा, इसपर प्रवर्तन प्रभारी ने मना कर दिया। इस बात को लेकर दोनो पक्षों में गहमागहमी हुई। बाद में पार्षदों ने जबरन रिक्शा छोड दिया। वहीं, पार्षदों ने प्रवर्तन दल पर अभद्रता करने का आरोप लगाकर मेयर, नगर आयुक्त से शिकायत की। प्रथम दृष्टया शिकायत के बाद टीम लीडर अवधेश सिंह व स्कायड कमांडर इंद्रजीत सिंह को सेवामुक्त कर दिया गया था।इसके बाद से प्रवर्तन दल और पार्षदों के बीच विवाद बढ़ गया। प्रवर्तन दल ने शासन में अपनी बात रखी। 27 दिसंबर को मुख्य सचिव कार्यालय ने नगर विकास विभाग को पत्र लिखकर प्रत्यावेदन पर जांच कर अग्रिम आदेशों तक पूर्व आदेश निरस्तीकरण करने के निर्देश दिए। इस पर सेवामुक्त किए गए दोनो पूर्व सैनिकों को बहाल कर दिया गया। नगर निगम कानपुर के कार्मिक विभाग ने दोनों सैनिकों की बहाली का पत्र भी जारी कर दिया। वहीं, जैसे ही बहाली का आदेश हुआ तो पार्षद खेमा आगबबूला हो गया है लेकिन मामला अब उपर तक चला गया है तो पार्षद भी आर-पार की लडाई का दावा कर रहे हैं।