वीर सपूत सुधीर यादव का बिठूर घाट पर अंतिम संस्कार
U-फोर्स के जवानों द्वारा दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस बिठूर। पोरबंदर में हेलीकॉप्टर क्रैश में बलिदान हुए कैप्टन सुधीर यादव पंचतत्व में विलीन हो गए। बिठूर के श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। चाचा के बेटे यानी चचेरे भाई ने मुखाग्नि देकर उन्हें अंतिम विदाई दी। कानपुर देहात के मैथा स्थित हर किशनपुर में पैतृक घर शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही चारों तरफ सीख पुकार की आवाज गूंज उठी। कुछ देर यहां अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर रखा गया था। मां पिता और पत्नी की चित्कारों के बीच पार्थिव शरीर दरवाजे से उठा तो वहां मौजूद हर शख्स की आंखों से आंसू छलक उठे। सुधीर यादव अमर रहे के नारे गूंज उठे। पत्नी बोली सुधीर तुमने यह क्या कर दिया। हम सब तुम्हारे बिना कैसे रह पाएंगे जो जहां भी रहो खुश रहो। मां चकते हुए कहती रही लल्ला तुम्हें देखकर जिया खुश हो जाता था आप कैसे खुश रह पाऊंगी। जिंदगी भर के लिए तुमने सभी को रुला दिया। लल्ला लौट आओ। हमारी खुशी लौटा दो भगवान तूने क्या कर दिया।
आपको बताते चलें कि एक दिन पहले मंगलवार को सुधीर के पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान कानपुर शहर के श्याम नगर लाया गया था। यहां पर सभी ने श्रद्धांजलि अर्पित की इसके बाद शाम को पार्थिव शरीर एयर फोर्स स्टेशन में रखवाया गया था। सुबह पार्थिव शरीर कानपुर देहात के में था स्थित हर किशुनपुर लाया गया। यह शहीद सुधीर के पिता नवाब सिंह ने कहा कि हमारे परिवार की दूसरी पीढ़ी का यह बेटा था जो फौज में अफसर था। हम लोग देश की सेवा के लिए ही बने हैं। सरकार को कुछ ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे लोग पीछे ना हटें। अब अग्नि वीर योजना कर दिया है तो तीन-चार साल के लिए कौन अपने बेटे को फौज में भेजेगा। सरकार को ऐसी सुविधाएं देनी चाहिए कि जो सरहद पर जा रहा है वह यह सोचे कि सरहद के बाद हमारा परिवार सुरक्षित रहेगा। उसकी पूरी तरह से देखभाल होनी चाहिए। हर किशनपुर गांव में श्रद्धांजलि देने के बाद शहीद सुधीर यादव की अंतिम यात्रा मैदा से शुरू होकर शिवली, चौबेपुर, होते हुए बिठूर के श्मशान घाट पहुंची। यहां पर सुबह से ही जिला प्रशासन और कोस्ट गार्ड अधिकारियों की तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई थी। पार्थिव शरीर के घाट पहुंचते ही श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया इस श्रद्धांजलि सभा में जनप्रतिनिधियों के अलावा कोस्ट गार्ड, पूर्व सैनिक, के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारियों व साथ चल रहे हजारों लोगों ने वीर सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद इंडियन एयर फोर्स व उत्तर प्रदेश पुलिस फोर्स के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद शहीद सुधीर कुमार यादव के अंतिम संस्कार की क्रिया उनके चचेरे भाई धीरेंद्र यादव के द्वारा संपन्न कराई गई। मुखाग्नि धीरेंद्र यादव ने दी है। इस अवसर पर एडीएम सिटी डॉ राजेश कुमार, एसडीएम सदर रितु प्रिया, तहसीलदार रितेश कुमार सिंह, डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह, मेजर योगेंद्र सिंह कटियार, कैप्टन अवधेश त्रिपाठी, कैप्टन रविंद्र सिंह सेना मेडल प्रमुख रूप से मौजूद रहे। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की ओर से घाट पर पुख्ता इंतजाम किए गए थे।