आईजीआरएस में सात विभागों की लापरवाही पर डीएम नाराज;अधिकारियों को दी चेतावनी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। जनसुनवाई में लापरवाही करने वाले सात विभाग जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की समीक्षा में फंस गए हैं। इनके अफसरों को जमकर फटकारा। शिक्षक बनकर नसीहत दी और चेतावनी भी जारी कराई। कहा, जल्द सुधार लाएं। जनता के लिए काम करें। कोताही पर शासन को पत्र लिखकर कार्रवाई कराएंगे।
आईजीआरएस समीक्षा में असंतुष्ट फीडबैक को लेकर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने नगर निगम, जलकल, घाटमपुर व बिल्हौर तहसीलदार, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता, ग्राम विकास विभाग के खंड विकास अधिकारी घाटमपुर पर जमकर नाराजगी जताई। भविष्य में लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी। कहा कि सभी विभागों के अधिकारी प्रतिदिन आइजीआरएस पोर्टल देखें। अपने मोबाइल फोन पर एप डाउनलोड कर लें। कई विभाग तो ऐसे मिले, जिनमें शिकायतें कम आईं पर 100 फीसदी असंतुष्ट शिकायतकर्ता हैं। इससे ही फरवरी में जनसुनवाई की रैंकिंग गिरी। अब इसमें सुधार के लिए सख्त चेतावनी दी गई है।
- समीक्षा में इन विभागों पर नजर रही
1503 प्रकरणों में जब फीडबैक लिया गया तो 777 असंतुष्ट मिले नगर निगम में। 530 मामलों में फीडबैक लेने पर 207 असंतुष्ट रहे अधिशासी अभियंता जल कल से जुड़े। 135 प्रकरण में फीडबैक लेने पर 104 असंतुष्ट पाए गए तहसीलदार बिल्हौर राजस्व एवं आपदा विभाग से संबंधित । 91 मामलों में फीडबैक लेने पर 77 असंतुष्ट थे, तहसीलदार घाटमपुर राजस्व एवं आपदा विभाग से जुड़े शिकायतकर्ता। 70 विभागों में आई शिकायतों को लेकर अब तक की स्थिति पर समीक्षा में एक-एक बिंदु पर किया गया मंथन।
डीएम ने बताया कि जनसुनवाई में लापरवाही करने वाले विभागों व अफसरों के विरुद्ध अब कड़ाई से निपटा जाएगा। इसके लिए प्रतिदिन शिकायतों की निगरानी कराई जा रही है। अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।