सिर पर डंडा मारकर मोटरबोट चालक की हत्या, परिजन ने घेरा थाना
U-परिजन का आरोप तीन लोगों ने जबरन शराब पिलाई कर मार डाला
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। एक मोटरबोट चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शुक्रवार से लापता मोटर बोट संचालक का शव शनिवार को गंगा में उतराता मिला। परिवार वालों ने तीन युवकों पर हत्या का आरोप लगा कैंट थाने में हंगामा भी किया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया और तीनों संदिग्धों को पूछताछ के लिए थाने में बैठा लिया है।
सत्ती चौराहा के पास रहने वाले गंगाराम निषाद का बेटा निखिल निषाद (30) मैस्कर घाट पर मोटर बोट चलाता था। गंगाराम के मुताबिक वो निखिल के साथ मिलकर बोट चलाने का काम करते हैं। शुक्रवार को मोटर बोट की सेवाएं बंद की गई थी। इसी दौरान शाम लगभग सवा छह बजे इलाके में रहने वाले ओमप्रकाश का बेटा समीर व उसके दो नेपाली दोस्त घर के पास आ गए। गंगाराम के मुताबिक वो दूसरी तरफ बैठे थे और तीनों संदिग्ध बेटे को बहला फुसलाकर ले गए। निखिल से मोटरबोट से सैर कराने के लिए कहा, उसने मोटरबोट निकाल ली मगर बोट का इंजन स्टार्ट नहीं हुई बोट पानी में तैरते हुए कोयला घाट की तरफ निकल गई। कोयला घाट की तरफ गंगाराम का मित्र और नाव चालक श्यामलाल ने मोटर बोट देखी। उसमें शराब पी जा रही थी। गंगाराम के मुताबिक श्यामलाल ने उसे फोन करके बताया। इसपर गंगाराम इलाके में रहने वाले काका की मोटर बोट लेकर मौके पर पहुंचा। गंगाराम ने बताया कि मौके पर पहुंचने पर उसे मोटर बोट के साथ समीर और उसके दो नेपाली दोस्त मिल गए मगर निखिल नहीं मिला। उसने तीनों से पूछा की बेटा कहा है। इसपर तीनों ने कहा कि वो गंगा में कूदकर भाग निकला। तीनों को मोटरबोट के साथ लेकर गंगाराम फिर से मैस्कर घाट पहुंचे। वहां पर डायल 112 में सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची गंगाराम ने तीनों पर बेटे की हत्या कर शव गंगा में फेंकने का आरोप लगाया। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। मगर देर शाम होने के कारण शुक्रवार को शव बरामद नहीं हो सका। गंगाराम के मुताबिक शुक्रवार को कोयला घाट पर निकलने से पहले उसने वहां पर कुछ मिलने वाले मछुआरों से जाल लेकर गंगा में जाल डाल दिया था। इसके बाद वो वापस लौटा। गंगाराम के मुताबिक उन्हें यह भी लग रहा था कि कहीं सही में बेटा गंगा में न कूदकर किनारे आ गया हो। इस कारण उन्होंने देर रात तक अपने रिश्तेदारों के यहां भी निखिल की तलाश की मगर उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। इसके बाद शनिवार को गंगा में उतराता शव उसी जाल में फंस गया। तब बाहर निकाला गया। शनिवार सुबह तक बेटे के बारे में कुछ पता न चल पाने के कारण गंगाराम के साथ बाकी इलाकाई लोग थाने पहुंच गए। तीनों संदिग्धों ने घटना नहीं कबूली है। इसकी जानकारी मिलने पर उन्होंने थाने में हंगामा किया। कैंट पुलिस ने उन्हें कड़ी आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। गंगाराम के मुताबिक उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक तीनों ने पहले निखिल को पानी में डुबाया जब वो ऊपर आया तो उसके सिर पर डंडा मार दिया। गंगाराम ने बताया कि पुलिस ने वो डंडा भी बरामद कर लिया है और उसपर खून के निशान भी मिले हैं।
इंस्पेक्टर कैंट अरविंद कुमार राय ने बताया कि मामला संदिग्ध है। तीनों संदिग्धों को पूछताछ के लिए थाने में बैठाया गया है। शव का पोस्टमार्टम आने के बाद जो भी रिपोर्ट सामने आएगी उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।