चिकित्सा शिक्षा सचिव ने हैलट अस्पताल का निरीक्षण
U- पीएमएसएसवाई के बजट को शासन ने बढ़ाया, मेडिकल कालेज को ट्रांसप्लांट पर 1.30 करोड मिले, बर्न वार्ड कमियों को दूर कर जल्द बनवाने का आश्वासन
-निजि प्रैक्टिस करने वाले पांच डाक्टरो के खिलाफ प्राचार्य ने शासन को भेजी सूची
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। चिकित्सा शिक्षा सचिव अर्पणा ने जीएसवीएम मेडिकल कालेज से सम्बद्ध हैलट अस्पताल व सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सचिव मरीजो से मिली और उन्हे अस्पताल की तरफ से मिल रही सुविधाओ के बारे जानकारी ली। निरीक्षण के बाद उन्होंने प्राचार्य एवं फैक्ल्टी के साथ मीटिंग की।
मंगलवार को दोपहर 12 बजे चिकित्सा शिक्षा सचिव अर्पणा हैलट अस्पताल पहुंची जहां उन्होंने प्राचार्य डॉ प्रो0 संजय काला एवं फैक्ल्टी के साथ सुपर स्पेशलिटी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्राचार्य डॉ संजय काला से हैलट अस्पताल के बजट के बारे में जानकारी ली जिस पर उन्होंने 3 से 4 करोड का बजट मिलना बताया। साथ ही मेजर उपकरणो के लिए 10 करोड भी शासन ने उपलब्ध कराये है। प्राचार्य डॉ संजय काला ने बताया कि 5 पोर्टेबल आईसीयू अस्पताल में उपलब्ध है। निरीक्षण के बाद उन्होंने प्रेसवार्ता की और पत्रकारो को बताया कि वर्ष 2019 से बन रहे बर्न वार्ड में जो भी कमियां है उसे दूर कर जल्द ही उसका निमार्ण कार्य पूरा करा लिया जायेगा। वहीं कार्डियोंलॉजी के निदेशक डॉ राकेश वर्मा से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि उनके यहां 3 कैथलैब बल रहे है जो इसी वर्ष पूरे बन कर ततैयार हो जायेगे। साथ ही कार्डियोलॉजी अब 200 बेडो का अस्पताल बन जायेगा। सचिव अर्पणा ने रिर्सच पर जोर देने को कहा ताकि नयी उपलब्धियां हो सके। सचिव ने बताया कि पीजी की सीट में बढ़ोत्तरी एक बडी उपलब्धि है। उन्होंने हिा कि 1000 मरीज की ओपीडी होने से साफ जाहिर है कि अब लोगो का रूझान निजी अस्पताल से हट कर सरकारी अस्पतालो की तरफ हुआ है जो कि अपने आप में बडी बात है। इसके बाद वह कैंसर अस्पताल पहुंची जहां उन्न्होंने अस्पताल में कई कमियां पायी और निदेशक को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि कैंसर पीड़ित मरीजो को बेहतर सुविधाएं दी जाये क्यों कि यह एक गंभीर और आसाध्य बीमारी है। वहीं पीएमएसएसवाई (सुपर स्पेशलिटी) के मेंटीनेंस का बजट शासन द्वारा बढ़ा दिया गया है जो कि पहले से ज्यादा रहेगा ताकि मरीजो को हर सुविधा उपलब्ध हो सके। इस मौके पर प्रमुख रूप से उप प्राचार्या डॉ रिचा गिरी, प्रमुख अधीक्षक डॉ आर.के.सिंह, कार्डियोलॉजी निदेशक डॉ राकेश वर्मा, आईसीयू प्रभारी डॉ ओमेश्वर पाण्डेय, कैम्पस प्रभारी डॉ अनुराग रजैारिया, डॉ चयनिका काला, आर्थो विभागध्यक्ष डॉ संजय कुमार, डॉ बी.पी.प्रियदर्शी, डॉ प्रेमशंकर समेत समस्त वरिष्ठ फैक्टिी मौजूद रही।
निजी प्रैक्टिस करने वालो पर होगी कार्यवाही
चिकित्सा शिक्षा सचिव अर्पणा ने पत्रकारो द्वारा पूछे गए डाक्टरो की निजी प्रैक्टिस के बारे में कहा कि जिलाधिकारी द्वारा एक समिति बनायी गई है जिसके अर्न्तगत निजी प्रैक्टिस करने वालो डाक्टरो की जांच कर उन शासन द्वारा कार्यवाही की जायेगी। वही प्राचार्य डॉ संजय काला ने 5 डाक्टरो की सूची शासन को भेजी है जो निजी प्रैहििक्टस कर रहे है। उन पर शासन द्वारा जल्द कार्यवाही की जायेगी।
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