बांग्लादेश के हिन्दू समाज के साथ एक जुटता से खड़े रहने का आह्वान
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कि प्रतिवर्ष होने वाली अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक कर्नाटक के बेंगलुरु में 21, 22 व 23 मार्च को संपन्न हुई, जिसमें पूरे देश से 1,450 संघ एवं विविध क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल हुए। बेंगलुरु की बैठक से लौटकर आये कानपुर प्रान्त के प्रान्त संघ चालक भवानी भीख ने बताया कि बैठक में संघ एवं समवैचारिक सभी संगठनों ने अपने पिछले सत्र में संपन्न हुए कार्यों का तथा आगामी वर्ष की कार्य योजना का विवरण सभी प्रतिनिधियों के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसमें कुछ बिंदु प्रेरणादायी थे, जैसे कि 21,469 किसान, 67,932 एकड़ भूमि में गौ आधारित खेती कर रहे हैं। इसी प्रकार महाकुम्भ में पर्यावरण गतिविधि द्वारा 1,90,1764 स्टील थाली, 1,34,6128 कपड़े के थैले, 2,63,678 स्टील के गिलास प्रयोग किये गए, जिससे डिस्पोजल में 85% की कई आई। प्रतिनिधि सभा में सर्वसम्मति से दो प्रस्ताव भी पारित किये गये। प्रथम प्रस्ताव ‘बांग्लादेश के हिंदू समाज के साथ एकजुटता से खड़े रहने का आह्वान’ तथा द्वितीय प्रस्ताव ‘विश्व शांति और समृद्धि के लिए समरस और संगठित हिन्दू समाज का निर्माण’ था।
प्रथम प्रस्ताव में बांग्लादेश में हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर इस्लामी कट्टरपंथी तत्वों द्वारा लगातार हो रही सुनियोजित हिंसा, अन्याय और उत्पीड़न पर गहरी चिंता व्यक्त की गई तथा इसे मानवाधिकार हनन का गम्भीर विषय बताया। इसमें कहा गया कि ‘प्रतिनिधि सभा का मत है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों व वैश्विक समुदाय को बांग्लादेश में हिन्दू तथा अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार का गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए और बांग्लादेश सरकार पर इन हिंसक गतिविधियों को रोकने का दबाव बनाना चाहिए।’ द्वितीय प्रस्ताव में संघ शताब्दी के उपलक्ष्य में संकल्प के रूप में कहा गया कि ‘अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा सज्जन शक्ति के नेतृत्व में संपूर्ण समाज को साथ लेकर विश्व के सम्मुख उदाहरण प्रस्तुत करने वाला समरस और संगठित भारत का निर्माण करने हेतु संकल्प करती है।’
प्रान्त संघचालक श्री भवानी भीख जी ने बताया कि 2025 संघ में विजयादशमी के दिन से संघ का शताब्दी वर्ष प्रारंभ होगा, जिसमें वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इनमें प्रमुख रूप से विजयादशमी के अवसर पर स्वयंसेवकों का पूर्ण गणवेश में सम्मिलित होना, हिन्दू सम्मेलन, सामाजिक सद्भाव गोष्ठी, प्रबुद्धजन गोष्ठी, 25 सितंबर से 8 अक्टूबर तक अधिकतम स्थानों पर शाखा लगाना व नवंबर, दिसंबर तथा जनवरी में हर गांव, हर घर में संपर्क करना शामिल है। इसके अतिरिक्त शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में कानपुर प्रान्त सहित पूरे देश में युवा सम्मेलन का आयोजन भी किया जायेगा। प्रान्त प्रचार प्रमुख डॉक्टर अनुपम ने प्रेस को बताया कि शताब्दी वर्ष में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से हिन्दू समाज को जाति आधारित भेदों से दूर रहने का संदेश दिया जायेगा। संघ ने अपने जन्म से ही जाति पंथ के भेद को स्वीकार नहीं किया है।
प्रान्त प्रचार प्रमुख डॉक्टर अनुपम ने बताया कि कानपुर प्रान्त में कुटुंब प्रबोधन गतिविधि द्वारा 12 से 26 जनवरी में 2,50,000 परिवारों में भारत माता पूजन का कार्यक्रम संपन्न हुआ तथा पिछले एक वर्ष में पूरे देश और कानपुर प्रान्त के संघ कार्य का विस्तार हुआ है। सन 2024 में पूरे देश में 73,117 शाखा थी, जबकि 2025 में बढ़कर 83,129 हो गई है। संघ मंडली 10,567 थी, जो बढ़कर 12,091 हो गई हैं। 2024 में सेवा बस्ती में 8,633 शाखा थी, जो की बढ़कर 2025 में 9,754 हो गई है। इसी प्रकार कानपुर प्रांत में 2024 में शाखा – 2,109, मिलन - 165 मण्डली – 44 थी, 2025 में शाखा – 2,162, मिलन - 236, मण्डली – 86, प्रान्त में 255 सेवा कार्य संस्कार, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वालंबन के आधार पर चल रहे हैं।