हाइड्रोपोनिक उत्पादन प्रणाली विषय पर तीन दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण का समापन
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | सीएसए के शाकभाजी अनुभाग द्वारा मेबाइल कंपनी एवं यूनिडो, जापान द्वारा संयुक्त रूप से आईमेक टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर हाइड्रोपोनिक्स उत्पादन प्रणाली विषय पर तीन दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया। जिसकी अध्यक्षता निदेशक भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान डॉ जी पी दीक्षित द्वारा की गई। डॉ दीक्षित द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि युवाओं को सरकारी नौकरी पर निर्भरता को कम करते हुए स्वयं के रोजगार की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश एवं प्रदेश में कृषि विशेषकर सब्जियों पर आधारित स्टार्टअप के पर्याप्त अवसर हैं जिसके लिए युवाओं को अपनी सोच बदलने की आवश्यकता है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के कोर्स निदेशक डॉ पी के सिंह द्वारा कहा गया कि आधुनिक हाइड्रोपोनिक्स पद्धति में नमी, उर्वरकों, जलवायु एवं रोगों का अनुश्रवण सेंसर पर आधारित होता है जिससे फसल विशेष का खुले खेत की तुलना में लगभग आधे दिनों में ही फसल चक्र पूरा हो जाता है जिससे प्रति इकाई क्षेत्रफल पर अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। शाकभाजी अनुभाग के प्रभारी डॉ केशव आर्य द्वारा अनुभाग पर किए गए शोध के विषय में विस्तार से बताया गया। इस अवसर पर कोर्स समन्वयक डॉ राजीव द्वारा बताया गया कि तीन दिन की अवधि में डॉ बी एस तोमर पूसा नई दिल्ली द्वारा बीज उत्पादन, डॉ अंशिका जयसवाल लखनऊ द्वारा हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग, डॉ जे पी मेहता जयपुर द्वारा ग्रीन हाउस के डिजाइन, डॉ मोहम्मद अकरम द्वारा रोग प्रबंधन, डॉ हरे कृष्णा वाराणसी द्वारा टमाटर में कैनोपी प्रबंधन आदि विषयों पर विस्तार से प्रस्तुतीकरण किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों की ओर से राहुल मिश्रा, अपर्णा ज्योति, संतोष कुमार, रजनी देवी, धर्मेंद्र बहादुर सिंह आदि द्वारा अपने अनुभव को बताते हुए कहा कि प्रशिक्षण एक बहुत उपयोगी और महत्वपूर्ण रहा तथा प्रशिक्षण के दौरान हाइड्रोपोनिक्स पद्धति के विषय में व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ जो रोजगार सृजन में सहायक होगा।