अधिकारियों ने निजी लोगो को दिया सरकारी डाटा इस्तेमाल करने का अधिकार
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। आरटीओ विभाग के प्रवर्तन में कार्यरत पीटीओ डी.के. सिंह ने अपने दल में निजी लोगो का रखा हुआ है जिनसे वह सरकारी डाटा को फीड कराने का काम करवा रहे है। इस प्रक्रिया में उन्हें किसी तरह का कोई गुरेज नही है फिर चाहे उसका किसी भी तरह से उपयोग क्यो न किया जाये। यही नही पूरे अधिकार के साथ एक सरकारी कर्मचारी की भूमिका भी निभायी जा रही है और उच्चाधिकारी मौन धारण किये हुए है।
कानपुर के आरटीओ प्रवर्तन विभाग में कुल 7 अधिकारी कार्यरत है जिनमें से कुछ को छोड कर बाकी के अधिकारियों ने निजी लडको को अपने काम रखा हुआ है जो कि सरकारी लैपटाप का बेधडक इस्तेमाल कर रहे है। उनमें से एक पीटीओ है जिनके पास स्वतंत्र कुमार सिंह नाम का एक निजी लडका उनका लैपटाप चला कर चालान भरने की प्रक्रिया कर रहा है तो वही एआरटीओ प्रवर्तन आर.के.वर्मा के पास भी दो से तीन लोग निजी तौर पर कार्य कर रहे है जो कि लें देंन का कार्य भी करते है। अब सवाल उठता है कि यह किसी कंपनी से अनुंबधित होकर कार्य कर रहे है या फिर किसी शाासनादेश के तहत। उनका वेतन निर्धाारण करने में किसी अहम भूमिका है यह एक जांच का विषय है। तस्वीर में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि ई-रिक्शा चेकिंग अभियान में किस तरह से निजी लडका स्वतंत्र कुमार सिंह सरकारी लैपटाप का प्रयोग करते हुए चालानी कार्यवाही कर रहा है जिसका असर किसी भी अधिकारी को नही पड रहा है। अब ऐसे में सरकारी डाटा निजी हाथो में संचालित हो रहा है यह कहने में कोई गुरेज नही होगा।