कैफे से मिलेगा छुटकारा, सीएससी बनेगा सहारा
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। आरटीओ विभाग में लाइसेंस बनवाने को लेकर विभाग द्वारा एक बडा कदम उठाया गया है। अभी तक आवेदक कैफे जाकर निर्धारित शुल्क से ज्यादा देकर कर अपनी जेब कटवा रहे थे,लेकिन शासनादेश के बाद अब शहर मेें सीएससी से 30 रूपये यूजर्स चार्ज देकर अपना लाइसेंस का अवदेन कर सकेंगे जिससे उनको कैफे जा कर ज्यादा भुगतान नही करना पडेगा।
एआरटीओ प्रशासन आलोक कुुमार सिंह ने बताया कि शाासन द्वारा जारी दिशा निर्देश के तहत शहर में संचालित सीएससी (जन सुविधा केन्द्र) पर लाइसेंस के आवदेन किए जा सकेंगे। आवदेन करने के लिए उन्हें सीएससी को मात्र तीस रूपये भुगतान करने होंगे तथा लाइसेंस का सरकारी निर्धारित शुल्क देना होगा। उन्होंने बताया कि समूचे उत्तर प्रदेश में लगभग डेढ़ लाख सीएससी केन्द्र संचालित है जिन पर जाकर आवेदक अपना लाइसेंस कास आवेदन कम और निर्धारित शुल्क में करा सकता है। इसके साथ ही आवेदन के समय जो भी दस्तावेज अपलोड करने होंगे उसके लिए प्रति दस्तावेज स्कैन करने के लिए 3 रूपये व फोटो काफी कराने के लिए दो रूपये अतिरिक्त शुक्ल देना होगा।
-कैफे वालो की मनमानी से मिलेगा छुटकारा
अभी तक जो भी आवेदक लाइसेंस के अतिरिक्त कोई अन्य कार्य आरटीओ विभाग का कैफे के माध्यम से कराता था तो उसे 50 रूपये से लेकर 100 रूपये तक देना पडता था,लेकिन अब सीएससी सुविधा के चलते उनके इस खेल पर विराम लगने की संभवाना है। अभी तक कैफे वालो की मनमानी के चलते आवेदको से खुलेआम तीन गुना तक शुल्क वसूला जा रहा था। हालांकि अब कितने लोग सीएससी का लाभ उठाते है या फिर कैफे का रूख करते है यह उनके ऊपर निर्भर करता है। सरकारी व्यवस्था को पारदर्शिता पूर्ण कार्य करने के लिए शासन ने यह कदम उठाया है। अब यह कदम कितना कारगर साबित होता है यह तो समय ही बतायेगा।