बप्पा के विसर्जन को भक्तों ने रंग गुलाल के बीच नाचते गाते दी बिदाई
-कन्नौज के तिर्वा,कन्नौज, छिबरामऊ, गुरसहायगंज से लेकर सैकड़ों गांव,कस्बों,नगरों से निकाली हैं गणपति बप्पा की विसर्जन शोभायात्राएं
-यात्राओं के दौरान जिले का शासन प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को रहा मुस्तैद
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ संदीप शर्मा
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।अनंत चतुर्दशी का पावन पर्व और गणपति बप्पा के विसर्जन का सिलसिला,मानों बप्पा की बिदाई करने को जनसैलाब गलियों,मोहल्लों,मुख्य मार्गों से लेकर जिले की सड़कों पर रंग गुलाल और पुष्प वर्षा के बीच थिरकते और नाचते गाते नजर आ रहा था।जिले भर में जहां सैकड़ों स्थानों पर बप्पा का आस्था के साथ विसर्जन करने को यात्राएं निकाली गईं,वहीं बप्पा को सायं तक बिदाई देने का सिलसिला जारी रहा।बताते चलें कि बीती 27 अगस्त को जिले भर में अन्यत्र स्थानों पर बप्पा की स्थापना की गई थी। जिसके बाद बीते शुक्रवार तक जगह-जगह पूजा अर्चना के साथ कथा और भंडारे का कार्यक्रम भी सम्पन्न कराया गया था।दस दिनों तक जारी रहे गणेश महोत्सवों में हजारों की संख्या में जनमानस ने प्रतिभाग किया था।शनिवार को 11 वें और अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व पर बप्पा को बिदाई देने को जगह जगह भव्य यात्राएं निकाली गईं।तिर्वा नगर में भी गणपति को यात्राओं के साथ आस्था के साथ बिदाई दी गई।सुबह मंदिरों से लेकर घरों और प्रमुख स्थानों पर जहां जहां बप्पा की स्थापना की गई थी,वहां पूजन अर्चन का दौर शुरू हुआ। जिसके बाद सुख संवृद्धि की कामना के साथ यात्राओं का शुभारंभ हुआ।तिर्वा नगर के मोहल्ला मंडी बाजार,लोहिया नगर,इंद्रा नगर, सुभाष नगर,अवंतीबाई नगर,सर्राफा बाजार,तिर्वागंज सहित तिर्वाखास में भी विसर्जन यात्राएं निकाली गईं।बप्पा की बिदाई यात्राओं में भक्तों का हुजूम अपनी आस्था दर्शाते हुए साफ नजर आ रहा था।डीजे की धुनों,पुष्पवर्षा के बीच नाचते गाते और थिरकते हुए बच्चों से लेकर महिला पुरुष हर कोई अपने ही रंग में नजर आ रहा था।जिस मार्ग से भी गणपति की यात्राओं को निकाला जाता वहां मौजूद लोग भी बप्पा के समक्ष अपना शीष नतमस्तक कर पूजन अर्चन करते और बप्पा की बिदाई करते हुए सभी के लिए मंगलकामनाओं की प्रार्थना करते नजर आते।जिले भर में सायं तक उपरोक्त सिलसिला जारी रहा।सुरक्षा व्यवस्था को जिले भर में जगह-जगह प्रशासनिक अमला मौजूद नजर आया।गंगा घाट पर पहुंची यात्राओं में शामिल लोगों ने बप्पा को अंतिम बिदाई देकर आस्था के साथ बिदाई दी।