कृषि विज्ञान केंद्र दलीपनगर में कृषि मंत्री ने की कृषकों से वार्ता |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | सीएसए के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने रबी फसल की शुरुआत के मध्य नगर कृषि विज्ञान केंद्र में कृषकों से उनकी खेती के बारे में जानकारी ली। साथ ही कृषकों को मिनी किट जैविक खेती इत्यादि के बारे में जानकारी देते हुए विभिन्न अधिकारियों से जानकारी दिलवाई। सर्वप्रथम सर्वप्रथम ग्राम जसापुर ब्लॉक झींझक के कृषक फूल सिंह से प्राकृतिक खेती की जानकारी ली, फूल सिंह 7 एकड़ मे प्राकृतिक खेती कर रहे उनके पास 22-22 गायें तीन जगह रख कर जीवामृत्, घन जीवामृत्, दुष्परनी नीमस इत्यादि बनाकर खेती कर रहे हैं वह देसी दाल वी मक्का इत्यादि करके सिलेज बनाकर अपने गांव को खिलाते हैं जिससे लागत कम और लाभ लाभ उत्तम मिल रहा है ऐसे ही अन्य किसानों ने भी जैसे कि चुन्ना सिंह ने बताया की खेती में सिंचाई का समय सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है देशराज भारती जी ने बताया कि वह भी जैविक खेती की तरफ अग्रसर है। इसी क्रम में मंत्री ने कहा कि उन्होंने भूमि को सुधारने के क्रम में दलहनों के मिनी किट,तिलहनों के मिनी किट विभिन्न जिलों में प्रेषित किए हैं। जिससे कि किसान बीज उत्पादन करके बीज उत्पादन करके अपने खेत में अगले साल अपना बीज प्रयोग करें मंत्री ने यह भी कहा कि ढैचा सभी ने बोया और जमीन में मिला दिया आपको अपने लिए बीच स्वयं तैयार करना होगा, मंत्री जी ने यह भी कहा की भूमियों के स्वास्थ्य गिर रहे हैं उनको सुधारने की हमारी जिम्मेदारी है अतः कृषकों को जैविक और प्राकृतिक खेती की तरफ ही जाना होगा। कृषि विज्ञान केंद्र के मृदा वैज्ञानिक डॉक्टर खलील खान ने जिले का मृदा मैप प्रस्तुत करते हुए बताया जिले में ऑर्गेनिक कार्बन स्तर निम्न है। इससे संबंधित प्रशिक्षण दिए जाते हैं। केंद्र के अन्य वैज्ञानिक डॉ राजेश राय, डॉ अरुण सिंह व डॉ शशिकांत ने भी अपने अपने विषय से संबंधित जानकारी दी। डॉ निमिषा अवस्थी से अपने विषय की जानकारी देते कृषकों से कहा की सभी भोज्य विविधीकरण हेतु गृह वाटिका जरूर लगाए साथ ही हरी सब्जियों का भरपूर उपयोग करें। विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशक डॉ आरके यादव ने विश्वविद्यालय की प्रसार गतिविधियों के बारे में जानकारी दें कार्यक्रम में कानपुर देहात व कानपुर नगर के उपनिदेशक कृषि जिला कृषि अधिकारी व अन्य अधिकारी उपस्थित उपस्थित रहे कार्यक्रम में विभिन्न गांव के लगभग 100 किसान उपस्थित थे।
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