कैट ने किया राष्ट्रीय स्किलिंग मिशन 'अराइज़’ का शुभारंभ
U-25 लाख व्यापारियों व किराना दुकानदारों को मिलेगा सशक्तिकरण 
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के “स्किल इंडिया-स्ट्रॉंग इंडिया” के संकल्प को साकार करने की दिशा में  एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने राष्ट्रीय स्किलिंग मिशन “अराइज़” का शुभारंभ किया। यह मिशन कोका-कोला इंडिया के सहयोग और नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएसडीसी ) के समर्थन से प्रारंभ किया गया है।इस कार्यक्रम का शुभारंभ दिल्ली की मुख्यमंत्री  रेखा गुप्ता ने किया। चांदनी चौक के सांसद एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री  प्रवीन खंडेलवाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।कार्यक्रम में वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, देशभर के प्रमुख व्यापारी नेता,  राहुल कुमार, डिप्टी चीफ़ एक्ज़ीक्यूटिव ऑफ़िसर, एसएलएमजी बेवरेजेज प्रा. लि., तथा देवयानी राज्यलक्ष्मी राणा, वाइस प्रेसिडेंट – पब्लिक अफेयर्स, कम्युनिकेशंस एंड सस्टेनेबिलिटी, कोका-कोला इंडिया एंड साउथ वेस्ट एशिया, सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।श्री खंडेलवाल ने कहा कि यह स्किल मिशन “आत्मनिर्भर भारत” के विज़न को गति देने वाला मिशन है जिसके तहत देशभर में 25 लाख किराना दुकानदारों और खुदरा व्यापारियों को प्रशिक्षित और डिजिटल रूप से सशक्त बनाया जाएगा। यह अभियान दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश से शुरू होकर क्रमशः अन्य राज्यों तक विस्तारित किया जाएगा। उन्होंने कहा की यह बहुआयामी मिशन  प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के उस दूरदर्शी मिशन का प्रतीक है, जो भारत की कार्यशक्ति को उनकी अधिकतम क्षमता तक प्रशिक्षित करने पर केंद्रित है। कैट, कोका-कोला इंडिया और एनएसडीसी का यह साझेदारी कार्यक्रम देश के खुदरा व्यापारियों को व्यावहारिक बिजनेस ज्ञान, डिजिटल टूल्स और उद्यमिता का आत्मविश्वास प्रदान करेगा। स्किल्ड और आत्मनिर्भर व्यापारी समुदाय ही भारत की आर्थिक क्रांति को जमीनी स्तर से आगे बढ़ाएगा।”इस अलग तरह के मिशन में डिजिटल इंडिया के अनुरूप आधुनिक रिटेलिंग के ज़रिए व्यापार में वृद्धि पर जोर दिया जाएगा।  मिशन में व्यापारियों को डिजिटल तकनीक, वित्तीय प्रबंधन, ग्राहक व्यवहार विश्लेषण और बाजार के बदलते रुझानों के अनुरूप तैयार किया जाएगा।कार्यक्रम में कोका-कोला का “ कोक बडी  ” प्लेटफ़ॉर्म भी शामिल होगा — एक AI-संचालित डिजिटल टूल, जो किराना दुकानदारों को मांग का पूर्वानुमान लगाने, स्टॉक प्रबंधन करने और ग्राहकों को व्यक्तिगत अनुभव देने में सक्षम बनाता है। यह पहल पारंपरिक भारतीय किराना नेटवर्क को आधुनिक बनाते हुए उन्हें बड़ी रिटेल चेन के मुकाबले और भी मजबूत बनाएगी।