सरफिरे आशिक का हॉफ इनकाउंटर,एसपी ने दी पुलिस टीम को बधाई
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।सरफिरे आशिक की कैद से आखिर बंधक बच्चे को छुड़ाने में सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कन्नौज पुलिस की एसओजी टीम को तीन थानों छिबरामऊ,सौंरिख, गुरसहायगंज पुलिस के साथ सफलता हांथ लगी।हांथ में तमंचा मुंह में कारतूस लिए अपनी प्रेमिका के बच्चे को बंधक बनाने वाला सनकी प्रेमी लगातार अपनी प्रेमिका/पत्नी को बुलाने की जिद पर अड़ा था।बंधक बच्चे को कोई खतरा ना पैदा हो इसलिए पुलिस को सफल ऑपरेशन में सात घंटे लग गए।इस सफल ऑपरेशन में एसओजी.प्रभारी देवेश पाल, उनके साथ सिपाही गौरव कुमार और दुष्यंत कुमार ने भी बच्चे को बंधक बनाए सरफिरे युवक को काफी समझाया भी।इस दौरान उपरोक्त तीनों थानों की पुलिस के अलावा जिले के एएसपी अजय कुमार,सीओ सुरेश मालिक,सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल ने घटनास्थल स्थित काशीराम कालोनी के संबंधित एरिया को पूरी तरह कवर कर लिया।मामला शासन तक भी पहुंचा तो बंधक बच्चे को सकुशल बरामदगी के निर्देश कन्नौज पुलिस को जारी किए गए।आखिर एसओजी/पुलिस का ऑपरेशन सफल रहा।पूरे घटनाक्रम के दौरान सरफिरे आशिक को अहसास हो गया था कि उसका इनकाउंटर हो सकता है,इसलिए उसने जिस मकान में वह मौजूद था,उसमें स्थित कमरे में जाने का प्रयास किया,और पुलिस टीम पर फायर कर दिया।इस दौरान एसओजी पुलिस टीम अंदर पहुंच चुकी थी।सरफिरे के करीब पहुंच चुकी एसओजी पुलिस के साथ गुत्थम गुत्था में एसओजी प्रभारी के दाहिने हांथ के अंगूठे में चोट भी आ गई वहीं सिपाही दुष्यंत भी चोटिल हुए।जैसे ही बच्चा सरफिरे के चुंगल से छूटा,इसी दौरान बच्चे को अपनी सुपुर्दगी में लेते हुए एसओजी पुलिस टीम की गोली सरफिरे के पैर में लगी और वह कमरे में गिर गया।इसके बाद उसको पुलिस ने हिरासत में ले लिया।पूरे घटना क्रम के दौरान जिस समय फायरिंग हुई उस दौरान पड़ोस की एक महिला बेहोश भी हो गई।बताते चलें कि जिस 40 वर्षीय प्रेमिका/कथित पत्नी अर्चना के लिए सरफिरे आशिक दीपू ने पूरा ड्रामा खेला,उसके तीन बच्चे 18 वर्षीय देव,16 वर्षीय बेटी प्रीती और 8 वर्षीय प्रांशु है।इसी प्रांशु को बंधक बनाकर दीपू ने अर्चना को मौके पर बुलाने को लेकर पूरा खेल खेला।फिलहाल एसओजी/ पुलिस को आरोपी के हॉफ इनकाउंटर और सफल ऑपरेशन की सफलता पर जिले के एसपी विनोद कुमार ने बधाई दी है।