काली नदी में डूबे छात्र का नहीं लगा सुराग,डीआईजी पहुंचे
-मामला कन्नौज जिले के कोतवाली गुरसहायगंज के देवीपुर्वा गांव का
-पीड़ित परिवार का पुरसाहाल लेने पहुंचे मंत्री,लगाया राहत का मरहम
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ संदीप शर्मा
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।पुलिस के डर से काली नदी में कूदे छात्र का 24 घंटे बाद सोमवार को भी सायं तक पता नहीं चल सका।परिवार में बेटे के साथ घटित दर्दनाक हादसे से जहां परिजनों का हाल बेहाल है वहीं घटना की जानकारी पर कानपुर जोन के डीआईजी हरीश चंदर भी पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लेने के साथ ही परिजनों से भी बात की।उपरोक्त गांव में घटी घटना की जानकारी पर बीते रविवार से राजनैतिक दलों के नेताओं के पहुंचने का सिलसिला भी जारी है।इन नेताओं ने पीड़ित परिवार के लिए मदद की घोषणा की मांग करते हुए घटनाक्रम में दोषी पाए गए पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही की मांग की है।वहीं सोमवार को समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण भी गांव पहुंचे।पीड़ित परिजनों से वार्ता करके जल्द ही नदी में डूबे छात्र का पता लगाने का आश्वाशन देने के साथ ही मंत्री ने घटनाक्रम में निलंबित दोषी पुलिस कर्मियों की जांच और कठोर कार्यवाही की बात भी कही।मंत्री ने पीड़ित परिवार को राहत का मरहम भी लगाया।बताते चलें कि बीते रविवार को उपरोक्त गांव में एक मामले में कमलेश कुमार के बड़े पुत्र किशनपाल की तलाश में पुलिस ने उनके घर पर दबिश दी थी।इस दौरान पुलिस घर पर मौजूद किशनपाल के छोटे भाई रामजीत से पूंछताँछ करके उसको साथ लेकर खेत पर काम कर रहे किशनपाल के एक अन्य भाई धर्मवीर तक पहुंची थी।पुलिस को देख खेत पर काम कर रहा धर्मवीर डर के कारण निकट से गुजरी काली नदी की ओर दौड़ पड़ा था,और नदी के गहरे पानी में कूद गया था।जिसका सोमवार की सायं तक कोई पता नहीं चल सका था।मामले की जानकारी पर जिले के डीएम आशुतोष मोहन
अग्निहोत्री,एसपी विनोद कुमार सहित अन्य अधिकारी और पुलिस बल भी मौके पर पहुंचे थे।छात्र की तलाश के लिए गोताखोरों की टीमों को भी लगाया गया था।मामले की जांच में ग्रामीणों और परिजनों ने दबिश देने वाली पुलिस को दोषी ठहराया था,जिसके बाद एसपी ने गुरसहायगंज कोतवाल सहित चौकी प्रभारी और सिपाही सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था।मामले की जानकारी पर रविवार को ही राजनैतिक दलों के नेताओं ने भी यहां पहुंचना शुरू किया।इनमें भीम आर्मी से लेकर सपा नेताओं ने यहां पहुंचकर पीड़ित परिवार का पुरसाहाल लेते हुए संभव मदद का आश्वाशन भी दिया था।दोषियों पर कार्यवाही और छात्र की तलाश को भी प्रमुखता देने की बात नेताओं ने कही थी।इधर सोमवार को मामले की जानकारी पर कानपुर जोन के डीआईजी हरीश चंदर भी मौके पर पहुंचे।घटनास्थल का जायजा लेने के साथ ही परिजनों से भी वार्ता की।उन्होंने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की बात भी कही।नदी में डूबे छात्र की तलाश को और अधिक तेजी से अभियान चलाकर छात्र की बरामदगी के निर्देश भी एसपी को दिए गए।सोमवार को इसी मामले में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण भी गांव पहुंचे।परिजनों से वार्ता की।जल्द लापता छात्र की बरामदगी कर ली जाएगी,बात भी परिजनों से कही।मंत्री ने पीड़ित परिवार को राहत का मरहम लगाते हुए मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ के अलावा वृद्धावस्था पेंशन,पांच बीघा खेत का पट्टा सहित बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रति माह 7 हजार रुपए भी दिलाए जाने का आश्वाशन परिजनों को दिया। घटनाक्रम में दोषी निलंबित पुलिस कर्मियों की जांच जारी रखते हुए उनकी सेवा समाप्त करने की बात भी मंत्री ने परिजनों से कही।फिलहाल नदी में डूबे छात्र का सोमवार की सायं तक पता नहीं चल सका था,गोताखोरों की टीमों की तलाश जारी थी,वहीं परिजनों का हाल बेहाल था।