ज्वैलर्स से साइबर ठगों ने की करोड़ों की ठगी
U-मालिक की डीपी लगाकर अकाउंटेंट को मैसेज किया, रुपए ट्रांसफर करा लिए
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। बिराहाना रोड के प्रतिष्ठित ज्वैलर्स से साइबर ठगों ने एक करोड़ से ज्यादा की ठगी को अंजाम दिया। पीबी सोसायटी ज्वैलस के निदेशक प्रशांत जैन के अकाउंट से शातिर ठगों ने 1.09 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। शातिर ठगों ने मालिक प्रशांत जैन के फोटो की डीपी लगाकर व्हाट्सएप मैसेंजर से अकाउंटेंट को मैसेज किया।शातिरों ने पहले पूछा कि अकाउंट में कितनी रकम है।जानकारी मिलने के बाद पूरी रकम को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा दिया। अब रिपोर्ट दर्ज करके साइबर थाने की पुलिस जांच में जुटी है। बिरहाना रोड निवासी महेश चंद्र जैन यूपी सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। इसके साथ ही बिरहाना रोड पर बीपी सोसायटी ज्वैलर्स के नाम से बड़ा शोरूम है। महेश चंद्र जैन का बेटा प्रशांत जैन बीपी सोसायटी ज्वैलर्स (फर्म एसएनजी साल्वेंट प्राइवेट लिमिटेड) में निदेशक है। प्रशांत के मुताबिक रावतपुर गांव आनंद नगर निवासी गजेंद्र सिंह राठौर उनके अकाउंटेंट हैं। अकाउंटेंट ने बताया कि 10 अक्तूबर को 10:39 बजे व्हाट्सएप मैसेन्जर पर एक मैसेज आया। उसमें निदेशक प्रशांत जैन का डीपी लगा था और मैं समझ नहीं पाया कि यह अनजान नंबर है। मैसेज करने वाले ने पूछा कि मौजूदा समय में कंपनी के खाते में कितना बैलेन्स है। इसके बाद उन्होंने बताया कि बैंक ऑफ इंडिया वाले अकाउंट में 1.06 करोड़ रूपया है। इसके बाद शातिर ठग ने तीन अलग-अलग कंपनी के अकाउंट में पूरी रकम ट्रांसफर करने के लिए कहा। अकाउंटेंट ने मालिक का आदेश समझकर 1 करोड़ 9 लाख रुपए तीन खातों में ट्रांसफर कर दिया। अब ठगी की जानकारी होने के बाद से मामले की साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। वॉट्सऐप मैसेज पर जिसे मैं मालिक प्रशांत जैन समझ रहा था उसी ने 52.70 लाख रोकड़िया इलेक्ट्रिक एंड सर्विस सेंटर के एमपी मंदसौर खाते में ट्रांसफर कराया। इसके बाद 51.60 लाख रुपए लिविंग इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड अहमदाबाद के खाते में रकम ट्रांसफर कराई। इसके बाद 13 अक्तूबर को शातिर ठग ने फिर से मैसेज भेजा और 4 लाख 87 हजार रुपए एक खाते में ट्रांसफर कराया। पेमेंट पास हो जाने के बाद कंपनी निदेशक के पास बैंक ट्रांजेक्शन के मैसेज पहुंचे तो पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने अकाउंटेंट को बुलाया और सारी व्हाट्सएप चैट को चेक किया तो दंग रह गए। इसके बाद उन्होंने पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल से मिलकर पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर मंगलवार रात को साइबर थाने में अकाउंटेंट की तहरीर पर मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई।