गोवर्धन एवं अन्नकूट महापर्व पर डीएम ने किया गौ-पूजन
U- जनपद की विभिन्न गौशालाओं में हुआ गौपूजन
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। गवर्धन पूजा के शुभ अवसर पर बुधवार को जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह एवं उनकी धर्मपत्नी रश्मि सिंह ने अपने सरकारी आवास पर विधि-विधान से मंत्रोच्चारण के साथ गौ पूजन किया। जिलाधिकारी ने गौमाता की आरती उतारी और समाज में प्रेम, सद्भाव एवं समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि गवर्धन पूजा आत्मीयता, प्रकृति और पशुधन के प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है। उन्होंने जनपदवासियों को गोवर्धन पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह पर्व सबके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए।
पावन पर्व पर ज्वॉइन मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर अनुभव सिंह ने धरमंगतपुर एवं धूल स्थित गौशाला पहुँचे। उन्होंने विधि-विधान से गो पूजन कर गौमाता का आशीर्वाद लिया। इस दौरान गौशाला परिसर में भक्तों और ग्रामीणों की उपस्थिति रही, जिन्होंने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पर्व की गरिमा को और बढ़ाया। अनुभव सिंह ने कहा कि गोवर्धन पूजा केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण, कृषि और ग्रामीण जीवन से जुड़ा सांस्कृतिक पर्व भी है। उन्होंने गौपालन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि गाय भारतीय संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की आधारशिला है। इस दौरान उन्होंने गौशाला का निरीक्षण किया और इसे बेहतर व मॉडल गौशाला के रूप में विकसित करने के संबन्ध में आवश्यक निर्देश भी दिये। इसी कड़ी में उप जिलाधिकारी घाटमपुर अबिचल प्रताप सिंह डिप्टी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के साथ कान्हा गौशाला घाटमपुर कस्बा तथा टिकमापुर मऊनखतपुर गौशाला पहुँचे। यहाँ उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों के साथ मिलकर गौ पूजन किया और गायों को गुड़, फल तथा चारे आदि का वितरण कर उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। साथ ही ग्रामवासियों की समृद्धि हेतु गोवर्धनजी से प्रार्थना की गई। एसडीएम ने कहा कि गौवंश न केवल आस्था और संस्कृति से जुड़े हैं, बल्कि कृषि कार्य एवं उर्वरा शक्ति के लिए भी अत्यंत उपयोगी हैं। उन्होंने पारम्परिक गौसंस्कृति के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि गौवंश की सुरक्षा और देखभाल समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने ग्रामवासियों से आह्वान किया कि वे जनसहभागिता के माध्यम से गोवंश को सुरक्षित और स्वस्थ रखने में योगदान दें।