यूपीयूएमएस में एक नई पहल : इमरजेंसी वार्ड में भर्ती रोगियों की प्रारंभिक 24 घंटे तक सभी जांचें निःशुल्क
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस सैफई, उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस), सैफई ने जनहित और संवेदनशील स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह के पहल से अब इमरजेंसी वार्ड में भर्ती प्रत्येक मरीज की प्रारंभिक 24 घंटे की सभी चिकित्सा जांचें पूरी तरह निःशुल्क की जाएंगी। उन्होंने कहा,"हमारे माननीय मुख्यमंत्री जी की संकल्पना ‘स्वस्थ उत्तर प्रदेश, सशक्त उत्तर प्रदेश’ को साकार करने की दिशा में यह कदम उठाया गया है। यह कदम प्रदेश सरकार की “जनहित सर्वोपरि” नीति की दृष्टि से प्रेरित है।
इस दूरदर्शी सोच को साकार करने के उद्देश्य से यूपीयूएमएस ने यह पहल शुरू की है। विशेष रूप से सड़क दुर्घटना के शिकार मरीजों को इससे जीवनरक्षक राहत मिलेगी, जिन्हें प्रारंभिक जांच या इलाज के खर्च के कारण अक्सर कठिनाई होती है। माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने बताया, “इमरजेंसी में हर सेकंड कीमती होता है। इसीलिए हमने निर्णय लिया कि प्रारंभिक 24 घंटे की सभी जांचें और जीवनरक्षक उपचार निःशुल्क होंगी, ताकि किसी भी मरीज को इलाज में देरी न हो।
कुलपति ने आगे बताया कि इस सुविधा के स्थायी संचालन हेतु विश्वविद्यालय ने अपनी आय से एक “रोगी कल्याण निधि ” की स्थापना की है। इस निधि से इमरजेंसी में भर्ती रोगियों की सभी निःशुल्क जांचों और उपचार की व्यवस्था की जाएगी। “इस योजना का पूरा खर्च विश्वविद्यालय स्वयं वहन करेगा, न मरीज पर कोई आर्थिक भार पड़ेगा, न सरकार पर अतिरिक्त बोझ,चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमित सिंह ने बताया कि इस पहल के अंतर्गत 24 घंटे के भीतर सभी आवश्यक जांचें जैसे लैब जांच, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन (हेड सहित), आवश्यक सर्जरी, जीवनरक्षक दवाइयाँ व उपकरण बिना किसी शुल्क के उपलब्ध कराई जा रही हैं। यह नई व्यवस्था न केवल जरूरतमंदों को आर्थिक सुरक्षा देती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि यूपीयूएमएस समाज के प्रति अपनी संवेदनशीलता, आत्मनिर्भरता और जनसेवा की प्रतिबद्धता को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।मरीजों में दिखी राहत और प्रसन्नता इस नई पहल का लाभ अब तक लगभग 25 मरीजों को मिल चुका है।भरथना निवासी 60 वर्षीय रमेश चंद्र के पुत्र अजय ने भावुक होकर बताया “मेरे पिता जी को एक्सप्रेस-वे पर गंभीर सड़क दुर्घटना में कई जगह चोटें आईं। हम घबराए हुए थे कि इलाज और जांच का खर्च कैसे उठाएंगे, लेकिन सैफई पहुंचते ही डॉक्टरों ने हमें बताया कि प्रारंभिक 24 घंटे का पूरा इलाज और जांच अब निःशुल्क है। यह सुनकर जैसे बोझ उतर गया। तुरंत सभी आवश्यक जांचें और जरूरी दवाइयाँ बिना किसी शुल्क के दी गईं। डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने अत्यंत संवेदनशीलता से इलाज किया। यह व्यवस्था हम जैसे साधारण परिवारों के लिए सच्चे अर्थों में जीवनदान है ।”