जिलाधिकारी द्वारा बिठूर स्थित कंस्ट्रक्टेड वेटलैण्ड तकनीक आधारित एस.टी.पी. का निरीक्षण
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर न।जिलाधिकारी श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा आज बिठूर क्षेत्र स्थित कंस्ट्रक्टेड वेटलैण्ड तकनीक आधारित एस.टी.पी. एवं उससे संबंधित व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान श्री मोहित चक्र, परियोजना प्रबंधक, जल निगम (उत्तर प्रदेश गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई) द्वारा अवगत कराया गया कि कंस्ट्रक्टेड वेटलैण्ड तकनीक आधारित एस.टी.पी. (Constructed Wetland Based STP) एक प्राकृतिक प्रक्रिया पर आधारित आधुनिक प्रणाली है, जिसमें गंदे पानी को बिना अधिक मशीनरी एवं बिना भारी बिजली खर्च के, पौधों, मिट्टी, बजरी, सूक्ष्मजीवों तथा प्राकृतिक फिल्ट्रेशन की सहायता से शुद्ध किया जाता है।
जिलाधिकारी द्वारा मौके पर मौजूद सभी व्यवस्थाओं एवं किए जा रहे कार्यों का विस्तार से अवलोकन किया गया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा व्यवस्था की गुणवत्ता तथा दीर्घकालिक प्रचालन की समीक्षा हेतु एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया, जिसमें
1.उप जिलाधिकारी, सदर
2.अधिशासी अभियंता, उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय)
3.अधिशासी अभियंता, उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) को सम्मिलितकिया गया ।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि यह कमेटी बिठूर पंचायत में निर्मित कंस्ट्रक्टेड वेटलैण्ड तकनीक आधारित एस.टी.पी. तथा संबंधित कार्यों की प्रचालन स्थिति, गुणवत्ता, दक्षता तथा बीते वर्षों में किए गए रखरखाव कार्यों की विस्तृत जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। साथ ही जांच कमेटी द्वारा उक्त एस.टी.पी. का संचालन एवं अनुरक्षण मेसर्स सी.एस. एंटरप्राइजेज, औरंगाबाद खालसा, बिजनौर रोड, लखनऊ द्वारा नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की वस्तुनिष्ठ जांच, गुणवत्ता मूल्यांकन एवं वास्तविक प्रगति की विस्तृत रिपोर्ट समयबद्ध रूप से उपलब्ध करना सुनिश्चितकरें।
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि जल शोधन के बाद ही किसी भी प्रकार का जल प्रवाह किया जाए, यह सुनिश्चित किया जाए। एस.टी.पी. की सभी प्रक्रियाएँ निर्धारित तकनीकी मानकों के अनुरूप संचालित हों, यह सुनिश्चित किया जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही या मानक-विचलन पाए जाने पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।