पराविधिक स्वयंसेवकों हेतु संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर ।उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशन में एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कानपुर नगर के तत्वाधान में जनपद कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरैया, कन्नौज तथा उन्नाव के पराविधिक स्वयंसेवकों (अधिकार मित्र) हेतु एक दिवसीय संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन नवीन सभागार, जनपद न्यायालय, कानपुर नगर में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मा. जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कानपुर नगर अनमोल पाल द्वारा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया, जिसमें मा. अध्यक्ष सहित उपस्थित सभी अधिकारियों ने सहभागिता की। दीप प्रज्वलन के पश्चात कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत करते हुए मा. जनपद न्यायाधीश अनमोल पाल ने पराविधिक स्वयंसेवकों की भूमिका, सामाजिक उत्तरदायित्व और न्याय तक सबकी पहुँच सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भागीदारी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पराविधिक स्वयंसेवक समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय एवं विधिक सहायता पहुँचाने की रीढ़ होते हैं, इसलिए उनका प्रशिक्षित, सक्षम और संवेदनशील होना अत्यंत आवश्यक है।uuu
कार्यक्रम में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कानपुर नगर कमलेश कुमार मौर्य, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण औरैया महेश कुमार, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उन्नाव मनीष निगम, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कानपुर देहात हिमांशु कुमार सिंह तथा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कन्नौज विपिन यादव की गरिमामयी उपस्थिति रही। सभी अधिकारियों ने पराविधिक स्वयंसेवकों को अपने-अपने अनुभवों एवं कार्य क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को विधिक सेवा योजनाओं, नालसा एवं यूपीएसएलएसए द्वारा संचालित विभिन्न मिशनों, कमजोर एवं वंचित वर्गों के संरक्षण, सुलह एवं मध्यस्थता की प्रक्रिया, महिला एवं बाल संरक्षण संबंधी कानून, निःशुल्क विधिक सहायता के प्रावधान, अपराध पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना, घरेलू हिंसा व लैंगिक अपराधों के मामलों में कार्यप्रणाली, तथा जनजागरूकता अभियानों के प्रभावी संचालन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई।
सत्रों के दौरान पराविधिक स्वयंसेवकों को यह भी बताया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में किस प्रकार लोगों को उनके अधिकारों से अवगत करा सकते हैं, पीड़ितों को आवश्यक सहायता दिला सकते हैं, तथा न्यायालय और समाज के बीच एक सशक्त सेतु के रूप में कार्य कर सकते हैं। कार्यक्रम में संवादात्मक चर्चा, अनुभव साझा करने और समस्याओं के समाधान पर विशेष जोर दिया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 120 पराविधिक स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। प्रतिभागियों ने बताया कि यह प्रशिक्षण उनके लिए अत्यंत लाभकारी रहा और इससे उनके ज्ञान, कार्य क्षमता एवं आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों को भविष्य में विधिक जागरूकता, अधिकार संरक्षण एवं न्यायिक सहायता के क्षेत्र में और अधिक सक्रियता एवं दक्षता के साथ कार्य करने हेतु प्रेरित किया गया।
उक्त कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी, राजकीय पंचायत राज अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा अपने विभाग के संबंध में सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया गया। जेल विजिटर उरूषा हबीब, पैनल अधिवक्ता अमिताभ सिंह चौहान व एडवोकेट मध्यस्थ शिवेंद्र पांडे द्वारा विभिन्न विषयों पर जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का संचालन चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल अखिलेश कुमार द्वारा किया गया।