कानपुर बोट क्लब फिर गुलजार: रोमांच और आस्था का संगम सोमवार से शुरू |
-वर्षा काल के बाद तैयारियां पूरी, पहली बार मैदानी यूपी में पैरासेलिंग की सुविधा |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | लंबे विराम के बाद कानपुर बोट क्लब एक बार फिर गतिविधियों से सराबोर होने जा रहा है। वर्षाकाल में बंद रही बोटिंग सोमवार, 9 दिसंबर से दोबारा शुरू होगी। संचालन से पहले आज प्रशासनिक सचिव व एडीएम सिटी डॉ राजेश कुमार और सचिव, जल क्रीड़ा नीरज श्रीवास्तव ने बोट क्लब का निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की। सुरक्षा मानकों पर जोर निरीक्षण के बाद एडीएम सिटी डॉ राजेश कुमार ने बताया कि वर्षा काल मे 15 जून से 15 अक्टूबर तक बोटिंग प्रतिबंधित रहती है। अब सुरक्षा मानकों की पुष्टि के बाद सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर दी गई हैंकानपुर में समुद्र जैसा रोमांच, बैराज क्षेत्र में प्रकाश और आरती का आकर्षण सचिव जल क्रीड़ा नीरज श्रीवास्तव ने कहा कि बोट क्लब शहर में रोमांच पर्यटन का नया केंद्र बन रहा है। सामान्यतः ऐसी गतिविधियां समुद्री तटों या टिहरी लेक जैसे स्थलों पर मिलती हैं, लेकिन अब यही अनुभव कानपुर में उपलब्ध है। गंगा आरती, बैराज क्षेत्र की प्रकाश आभा और विविध बोट राइड्स आगंतुकों के लिए आस्था और एडवेंचर का अनूठा मिश्रण पेश करेंगी।पहली बार पैरासेलिंग, कई आकर्षक बोट राइड्स भी उपलब्ध बोट क्लब संचालक जे टी फैसिलिटीज़ एवं जसपाल राणा कंपनी के शीशपाल कठैत और वसीम शेख ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्र में पहली बार पैरासेलिंग की सुविधा यहां शुरू हो रही है। इसके साथ ही जेट-स्की, पैंटून बोट, मोटर बोट, स्पीड बोट और बनाना राइड जैसे आकर्षण भी तैयार हैं। कैफेटेरिया से सूर्योदय-सूर्यास्त का दृश्य और गंगा तट का वातावरण आगंतुकों को विशेष अनुभव देगा।सुबह की सैर से लेकर आम प्रवेश समय तयसुबह की सैर : प्रातः 6–9 बजे आम प्रवेश : 11–7 बजे गंगा आरती : प्रतिदिन सांय 6 बजे,बोट क्लब को कानपुर की नयी पहचान के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां रोमांच और आध्यात्मिक शांति दोनों का अनुभव एक ही स्थान पर संभव होगा।