छात्रवृत्ति में लापरवाही पर डीएम सख्त, 51 शैक्षिक संस्थानों को नोटिस
U-डीएम के आदेश पर शनिवार-रविवार भी खुले रहेंगे कार्यालय, तीन दिन में निस्तारण के निर्देश
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। दशमोत्तर छात्रवृत्ति के लंबित आवेदनों को लेकर डीएम ने कड़ा रुख अपनाया है। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने एनआईसी के माध्यम से जूम मीटिंग कर जिले की समस्त दशमोत्तर शैक्षिक संस्थाओं के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक की। बैठक में सामने आया कि 1,09,305 छात्रवृत्ति आवेदनों के सापेक्ष 75,813 आवेदन अग्रसारित किए जा चुके हैं, जबकि 33,492 आवेदन अब भी शैक्षिक संस्थाओं के स्तर पर लंबित पड़े हैं।
जिलाधिकारी ने लंबित सभी आवेदनों की हार्ड कॉपी तत्काल छात्रों से प्राप्त कर नियमानुसार अग्रसारित की जाए। छात्रवृत्ति जैसे संवेदनशील विषय में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तीन दिवस के भीतर सभी लंबित आवेदनों का निस्तारण सुनिश्चित कराये। जनपद की 14 शैक्षिक संस्थाओं ने अब तक आईएनओ/एचओआई बायोमैट्रिक प्रक्रिया पूरी नहीं कराई गई है। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित संस्थाओं को 26 और 27 दिसंबर को जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय पहुंचकर बायोमैट्रिक प्रक्रिया पूर्ण कराने के आदेश दिए। कई नामी संस्थानों ने प्रक्रिया अधूरी रखने पर डीएम ने नाराजगी जताई। इसके अलावा 51 शैक्षिक संस्थाओं ने एक छात्रवृत्ति आवेदन अग्रसारित न किए जाने पर जिलाधिकारी ने अप्रसन्नता व्यक्त की और ऐसी शून्य प्रगति वाली संस्थाओं को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने शैक्षिक संस्थाओं को 30 दिसंबर 2025 से पहले अपने छात्रवृत्ति आवेदन की हार्ड कॉपी अनिवार्य रूप से अपनी संस्था में जमा करें। साथ ही जिला समाज कल्याण अधिकारी, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी और अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को 27 और 28 दिसंबर को अवकाश के दिन भी कार्यालय खुलवाकर बायोमैट्रिक और आवेदन अग्रसारण की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए। डीएम ने लंबित आवेदनों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर संबंधित शैक्षिक संस्थाओं की जिम्मेदारी तय कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। बैठक में जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।