बच के चलना रे बाबा मौत की सड़क
U-सख्त निर्देशों के बावजूद जिम्मेदारों की लापरवाही उजागर
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर कानपुर | कार्डियोलॉजी अस्पताल गेट के सामने ‘मौत का गड्ढा’ राष्ट्रीय राजमार्ग की खस्ता सड़क बनी जानलेवा, जिम्मेदार बेखबर!योगी सरकार जहां एक ओर सड़कों को गड्ढामुक्त करने और जनसुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के सख्त निर्देश दे चुकी है, वहीं कानपुर नगर के मध्य जोन में जमीनी हकीकत इन आदेशों की धज्जियां उड़ाती साफ नजर आ रही है। कानपुर के कार्डियोलॉजी अस्पताल गेट के ठीक सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना विशाल गड्ढा किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना को न्योता दे रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह गड्ढा उसी स्थान पर है जहां हर पल मरीज, एंबुलेंस, डॉक्टर और आम नागरिकों की आवाजाही बनी रहती है। मरीजों की जान खतरे में.हृदय रोगियों को लेकर आने वाली एंबुलेंसों को गड्ढों से जूझते हुए अस्पताल तक पहुंचना पड़ रहा है। कई बार वाहन अचानक झटके से रुकने या उछलने पर मरीजों की हालत और गंभीर हो जाती है।
जिम्मेदार कौन?
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग.तीनों की जिम्मेदारी के बीच यह ‘मौत का गड्ढा’ सिस्टम की लापरवाही का प्रतीक बन गया है। स्थानीय लोगों का आरोप नागरिकों का कहना है कि कई बार शिकायतों के बावजूद सिर्फ आश्वासन मिले, जमीनी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। रात के समय यह गड्ढा और भी खतरनाक हो जाता है।
बड़ा सवाल क्या किसी बड़ी दुर्घटना या मौत के बाद ही जागेंगे जिम्मेदार?क्या योगी सरकार के निर्देश सिर्फ फाइलों तक सीमित रह गए हैं?अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर मामले में तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई करता है या फिर किसी अनहोनी का इंतजार?