भक्तों को मनोवांछित फल देते हैं,भगवान भोलेनाथ: घनश्याम पांडेय
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ आलोक प्रजापति
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।भगवान महादेव बहुत ही जल्द प्रसन्न होने वाले देव हैं,वे अपने भक्तों के सभी दुखों को नाश कर देते हैं। और अपने भक्तों को मन वांछित फल देते हैं। भगवान महादेव के भजन और भक्ति के द्वारा अकाल मृत्यु पर भी विजय प्राप्त की जा सकती है।यह विचार गुगरापुर क्षेत्र में गंगा तट पर स्थित ग्राम गौरी बांगर में चल रहे शिव महापुराण कथा के सातवें दिन कथा व्यास घनश्याम पांडेय ने नंदीश्वर के अवतार का वर्णन करते हुए भक्तों के बीच में प्रकट किए। कथा व्यास ने कहा की शिलाद नाम के धर्मात्मा मुनि थे उन्होंने पुत्र प्राप्त करने के लिए भगवान महादेव की अपार तपस्या की। भगवान ने प्रकट होकर के उन्हें दर्शन दिए और भगवान शिव को अपने पुत्र के रूप में अवतार लेने का वरदान मांगा। भगवान शिव ने उनकी इच्छा को पूरा करने के लिए अपने अंशावतार नंदी के रूप में शिलाद मुनी के यहां अवतार लिया। पुत्र रूप में प्राप्त करने पर उन्हें बहुत प्रसन्नता हुई और उन्होंने उनके सभी संस्कार करवाए। कुछ समय बाद वरुण और मित्र नाम के दो मुनि भगवान शंकर के आदेश पर नंदी जी को देखने आए।उन्होंने नंदी जी के पिता से कहा कि तुम्हारे पुत्र की उम्र एक वर्ष से अधिक नहीं है मुनि को बड़ा दुख हुआ। नंदी के पूछने पर उन्होंने सारी बात बताई। नंदी ने कहा पिताजी आप दुखी मत हो मैं भगवान शंकर के भजन के प्रभाव से मृत्यु को जीत लूंगा। उन्होंने भगवान शंकर की भक्ति की भगवान महादेव नंदी की भक्ति से प्रसन्न होकर के कहा कि तुम अजर अमर दुख रहित अक्षय होकर सदा मेरे गणनायक बने रहोगे। तुम सदैव मेरे पास में ही स्थित रहोगे, तुम पर निरंतर मेरा प्रेम बना रहेगा।भगवान महादेव ने सभी गणों को एकत्र करके कहा कि नंदीश्वर अब तुम्हारे दल के नेता हैं तुम सभी लोग नंदी के बताए हुए मार्ग का अनुसरण करो।उसके बाद सभी ऋषियों और देवताओं ने नंदी महाराज का अभिषेक किया। सुयशा नाम की कन्या से नंदी जी का विवाह हुआ इस प्रकार भगवान शंकर की भक्ति करके नंदी जी की मृत्यु टल गई।इस दौरान संत दिगंबर दास, मुख्य यजमान बृजमोहन सिंह, रामू, लाला गजेन्द्र सिंह,विनय कुमार,बृजभूषण सिंह, सुखदेव मिश्रा समेत सैकड़ो महिला पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे।