राष्ट्रीय स्तर का साइकिलिंग चौम्पियन हैलट में कर रहा सफाई।
U- खेलो इंडिया खेलो में बतौर कोच के लिए झारखण्ड से मिला आमंत्रण।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। हानेहार विरवान के होत है चिकने पात जैसी कहावते अक्सर लागू तो होती है ,लेकिन गरीब और मेहनती लोगो के लिए केवल किताबो की लिखी बात हो गई है। ऐसा ही एक होनहार हैलट अस्पताल में चर्तुथ श्रेणी का कार्य कर रहा है जबकि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उसने साइकिलिंग में कई मेडल हासिल किए और तो और अब उसे खिलाडी को कोच बना कर रांची झारखण्ड से आमंत्रण भी आया है।
चिराग तले अंधेरा तो हमेशा ही रहा है इसमें कोई कहने सुनने की बात नही है ,लेकिन जो चिराग जलता है वही रोशनी देता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया। चुन्नीगंज निवासी सुजीत कुमार पुत्र जगदीश प्रसाद हैलट में बतौर सफाई कर्मी तैनात है। सुजीत कुमार ने वर्ष 1994 से साइकिलिंग में हिस्सा लिया और देखते ही देखते वह उ0प्र0 में साइकिलिंग का चौम्पियन बन गया यही नही राष्ट्रीय स्तर पर भी उसने 7 से 8 नेशनल साइकिलिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और मेडल जीत कर नाम रोशन किया,लेकिन सुजीत कुमार की कडी मेहनत और पूर्ण शिक्षा न होना उसके लिए बाधा का काम कर रही है। सुजीत कुमार ने बताया कि पूनावारामती की साइकिलिंग रेस में 3 हजार प्रतिगियों में 34वां स्थान प्राप्त किया था। अब तक सुजीत कुमार ने करीब 15 से 20 मेडल की जीत अपने नाम कर रखी है। सुजीत कुमार ने बताया कि उसे 14 -15 अक्टूबर, 2023 को खेलो इंडिया खेलो में रांची झारखण्ड में बतौर कोच के तौर पर आमंत्रण भी मिला है। ऐसे खिलाडी का उत्साहवर्धन कर उसे प्रोत्साहित करना चाहिए,लेकिन गरीबी की मार झेलता ये देश का खिलाडी कहीं गुमनानियों में न खो जाए। सरकार को भी ऐसे प्रतिभावान खिलाडी को प्रोत्साहित करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।