दुर्गा पंडालों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, जगह-जगह पर हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
U-अष्टमी और नवमी एक साथ होने से धुनुची नृत्य पर भक्तों ने की श्रद्धा अर्पित
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। शहर भर के दुर्गा पूजा पंडालों में भक्तों ने अष्टमी के साथ नवमी का पूजन श्रद्धा के साथ मनाया। ज्योतिषी जनों के अनुसार अष्टमी और नवमी की पूजा शुक्रवार को होने से भक्तों में असमंजस की स्थिति रही। शहर में दुर्गा पंडालों में धुनुची नृत्य कर मां के प्रति प्रेम भाव अर्पित किया। मंदिरों में शाम 6 बजे से आरती, ढाक की थाप पर मंगलगीतों की शुरुआत हुई। बड़ी संख्या में आस्था के साथ माता के पंडाल में श्रद्धालुओं का जनसमूह उमड़ा। भक्त मां की आरती में शामिल हुए। इसके साथ ही पंडालों में कमेटी की तरफ से सांस्कृतिक व अनेक तरह के खेलों का आयोजन किया गया। इसमें विजेताओं को कमेटी की ओर से पुरस्कार भी बांटे गए।
गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर की रचना 'चंडालिका' का मंचन किया गया। पंडाल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें अदिति मुखर्जी, अनुश्री मुखर्जी, श्वेता अवस्थी, अदिति सूबेदार, गौरांश, श्रीजा समेत अन्य लोगों ने भाग लिया। इसके साथ ही बांग्ला नाटक 'भाडाते चााई' नाटक का मंचन हुआ, जिसमें अदिति, अनुश्री, रूमपी, सयोनी, मृणमय, जॉली, रूमा, अनामिका ने भाग लिया। अर्मापुर इस्टेट में दुर्गा पूजा के दूसरे दिन सुबह 4 बजे से दुर्गा पूजा शुरू हुई और 11 तरह के भोग लगाए गए। इस दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। सुबह छोटे बच्चों के लिए कला प्रतियोगिता व 4 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए बांग्ला कविता प्रतियोगिता आयोजित की गई। एबी इण्टर कालेज, हीरा -पन्ना, डीएवी मैदान सहित अन्य स्थानों पर दुर्गा पंडालों में माता की थुनुची सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों है भक्तों ने माता को श्रद्धा अर्पित की। इसमें उत्साहित होकर बच्चों ने भाग लिया। शाम को मां दुर्गा की आरती के बाद स्थनीय कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका दर्शकों ने देर रात तक लुफ्त उठाया। वहीं, संचितपुर गांव में मां दुर्गा पंडाल में रात्रि जागरण का आयोजन किया गया। इस दौरान भक्तों के द्वारा मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गई। यहां पर पहुंचे भक्तों ने विभिन्न झाकियों का आनंद उठाया। जागरण के समापन होते ही चाहु दिश गगनभेदी जयकारे गुंजायमान हो उठे। विभिन्न दुर्गा पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। दुर्गा पंडाल में आसपास गांव से सैकड़ों की संख्या में भक्त पहुंचो। भक्तों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुफ्त उठाया है। रात भर डीजे की धुन पर भक्ति में गीत बजाते रहे। इस दौरान यहां पर दुर्गा पंडाल में बीते कई दिनों से रोज सुबह शाम आरती का आयोजन होता है। आरती करने गांव से भक्त पहुंचते हैं। दुर्गा पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने भक्त पहुंचे तो सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल भी तैनात रहा है।