जिला महिला अस्पताल से हुआ पोलियो अभियान का शुभारंभ |
-पोलियो से बचाव के लिए ओपीवी व आईपीवी बेहद सुरक्षित व प्रभावी: सीएमओ
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | जन्म से लेकर पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो (लकवा) से बचाव के लिए ओरल पोलियो वायरस वैक्सीन (ओपीवी) व फ्रेक्शनल इनएक्टिव पोलियो वायरस वैक्सीन (एफआईपीवी) बेहद सुरक्षित और प्रभावी है। इसलिए बच्चों का पोलियो से बचाव बेहद जरूरी है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ आलोक रंजन का। उन्होंने यह बातें रविवार को जिला महिला अस्पताल, डफरिन में पोलियो उन्मूलन अभियान के शुभारम्भ के दौरान कहीं। इस दौरान सीएमओ सहित जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ यूवी सिंह ने जन्म से लेकर पाँच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्राप “दो बूंद ज़िन्दगी की” पिलाई। उन्होंने बताया की रविवार को कुल 2077 बूथों पर 1,85,755 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गयी। साथ ही बताया की 9 दिसम्बर से 13 दिसम्बर तक स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर दवा पिलाएंगी । छूटे हुए बच्चों को दवा पिलाने के लिए 16 दिसम्बर को बी टीम चलेगी। इस दौरान प्रमुख चिकित्सक अधीक्षिका डॉ रूचि जैन एवं सहयोगी संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ हेमंत अधिकारी, शहरी समन्वयक डॉ अरशद अली, यूएनडीपी के वीसीसीएम धनंजय सिंह सहित यूनिसेफ के डीएमसी फ़ुजैल अहमद सिद्दीकी व चिकित्सालय के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ यूवी सिंह ने बताया कि जनपद में जन्म से लेकर पांच वर्ष तक के करीब 5.51 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही बताया की अभियान के दौरान उपलब्ध कराई जाने वाली दवा कोल्ड चेन में रखी जाती है जो पूरी तरह से सुरक्षित और असरदार है । नजदीकी बूथ के बारे में जानकारी के लिए लोगों को आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सम्पर्क करना चाहिए । उन्होंने बताया की उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ सहित कोल्ड चैन हरजिंदर नगर, कैंट व कृष्णा नगर का निरीक्षण भी किया।