काशी-हरिद्वार जैसा तीर्थ है कन्नौज :आत्मानंद गिरि
-मां फूलमती मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत व शतचंडी महायज्ञ
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।खुशबू का शहर कन्नौज शहर नहीं काशी,हरिद्वार जैसा तीर्थ है।यहां इतिहास के खजाने हैं।नारी का पहला ईश्वर पति है।पति का सम्मान करने से सुख आता है।यह वचन श्रीमद् भागवत कथा के दौरान आज स्वामी आत्मानंद गिरी महाराज ने कहे।सिद्धपीठ मां फूलमती देवी मंदिर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ व श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन को लेकर इत्रनगरी भक्तिमय नजर आ रही है।मध्य प्रदेश से पधारे स्वामी आत्मानंद गिरी महाराज ने भगवान की कईं लीलाओं का रसपान कराया।महाराज की सरस वाणी से कथा सुन श्रद्धालु गदगद हो गए।श्रद्धालुओं ने संगीतमय कथा का पूरे श्रद्धाभाव से रसपान किया। बुधवार को कथा पंडाल में इंसानियत का भी पाठ पढ़ाया गया।महाराज ने कहा कि जाति धर्म से ऊपर इंसानियत है। महाराज ने भजन सुनाए, भक्त झूमते नजर आए।
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संत सम्मेलन में जुटे संत हुआ सम्मान
कन्नौज।इन दिनों शहर के फूलमती मंदिर में देश के कोने-कोने से आईं संतों की टोलियां अपना डेरा जमाकर भागवत कथा का रसपान कर रही हैं।बुधवार रात को मंदिर परिसर में बने कथा पंडाल में सम्मेलन का आयोजन किया गया।पूरे पंडाल में भगवा रंग में रंगी संतों की टोलियां अनोखी छटा बिखेरती रहीं।देर रात तक प्रवचन के साथ भजन कीर्तन का दौर चलता रहा।बाद में मंदिर समिति की ओर से संतों का सम्मान भी किया गया।
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कथा का समापन व विशाल भंडारा आज
कन्नौज।फूलमती मंदिर पुजारी शिखर मिश्रा ने बताया कि दो जनवरी से चल रहे धार्मिक आयोजन का गुरुवार को समापन होगा।यहां पर दोपहर 12 बजे से दोपहर शाम चार बजे तक स्वामी आत्मानंद गिरी महाराज श्रद्धालुओं को श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराएंगे और शाम को विशाल भंडारा आयोजित होगा।जिसमें भक्त भारी संख्या में प्रसाद छकेंगे।